कोडरमा: रूबेला और खसरा का प्रकोप गंभीर रूप ले रहा है. इसको देखते हुए जिले में 12 अप्रैल से विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा. यह टीकाकरण अभियान 12 अप्रैल से शुरू होकर आगामी 5 सप्ताह तक लगातार चलता रहेगा. इस अभियान के तहत 9 महीने से लेकर 15 साल तक के 2 लाख 75 हजार बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
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कोडरमा में टीकाकरण अभियान को लेकर जिला समेत गिरिडीह, धनबाद, देवघर, पाकुड़, दुमका, साहिबगंज, गोड्डा और जामताड़ा संवेदनशील जिलों के रूप में चिन्हित किए गए हैं. जहां खसरा और रूबेला का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है और बच्चे इस बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं. फिलहाल कोडरमा के सतगावां और मरकच्चो के कई इलाकों में खसरा का प्रकोप बढ़ गया है, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कैंप कर रही है. यह बीमारी खासकर वैसे बच्चों में फैल रही है, जो बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं.
डब्ल्यूएचओ की टीम लगातार ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वे कर रही है और आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ-साथ सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसके साथ ही यह प्रयास किया जा रहा है कि इस बार टीकाकरण अभियान से कोई भी बच्चे वंचित ना रह सके. डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉक्टर दीपक ने बताया कि जिन बच्चों को टीकाकरण हुआ है, उन्हें भी टीका लगाया जाएगा. इसके अलावा 9 माह से 15 साल के कोई भी बच्चे इस बार टीकाकरण अभियान से वंचित ना रहे इसके लिए फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया है.
वहीं कोडरमा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि इस बीमारी के कारण कई तरह की परेशानियां होती हैं. उन्होंने बताया कि टीकाकरण से वंचित बच्चे मानसिक और शारीरिक रूप से विकलांग हो सकते हैं. डॉक्टर मनोज कुमार ने बताया कि टीका लेने के बाद बच्चों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी, इसलिए सभी अभिभावक अपने-अपने बच्चों को टीका जरूर लगवाएं.