कोडरमा: कोडरमा- बरकाकाना रेलखंड पर जवाहर घाटी में रेलवे ब्रिज के पास बुधवार को एक चट्टान रेलवे ट्रैक पर जा गिरी. इस दौरान वहां से गुजर रही मालगाड़ी का इंजन चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि ट्रेन चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. घटना उस समय घटी जब एक मालगाड़ी ट्रेन कोडरमा स्टेशन होते हुए हजारीबाग के बानादाह जा रही थी.
![Rock on railway track in Jawahar Ghati of Koderma Goods train engine damaged](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12158590_650_12158590_1623860945127.png)
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दरअसल, मालगाड़ी कोडरमा में जवाहर घाटी से गुजर रही थी, तभी घाटी में रेलवे ट्रैक पर चट्टान का एक बड़ा हिस्सा आ गिरा. हालांकि ट्रेन चालक ने चट्टान गिरते देख सूझबूझ से ट्रेन रोक लिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया. हालांकि चट्टान पटरी पर गिरकर ट्रेन के इंजन से जा टकराया. इससे इंजन क्षतिग्रस्त हो गया. हादसे की सूचना पर धनबाद रेल मंडल के हजारीबाग और कोडरमा के यातायात निरीक्षक, बरही स्टेशन प्रबंधक, पिपराडीह स्टेशन प्रबंधक घटनास्थल पर पहुंचे और जेसीबी की मदद से रेलवे ट्रैक पर गिरे चट्टान के पत्थरों को हटवाया. रेलवे को ट्रैक पर गिरी चट्टान को हटवाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान कोडरमा-बरकाकाना रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा.
पहाड़ की कटाई में नियमों की अनदेखी
गौरतलब है कि लगातार हो रही बारिश के बीच जवाहर घाटी में एनएच 31 फोरलेन का निर्माण कराया जा रहा है. वहीं निर्माण कार्य को लेकर जवाहर घाटी में पहाड़ों की कटाई में नियमों की अनदेखी कर की जा रही हैं, जिसके कारण पहाड़ों से चट्टानें टूट कर गिरने लगी हैं. गनीमत रही बड़ा हादसा टल गया.
चालक ने लगाया इमरजेंसी ब्रेक
हजारीबागः बता दें कि मालगाड़ी ड्राइवर अमरदीप कुमार (कोडरमा) और गार्ड सुरेश प्रसाद यादव (हजारीबाग) ले जा रहे थे. इधर घटनास्थल के पास गति सीमा पर प्रतिबंध है. इसके कारण ट्रेन 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही थी. ट्रेन के चालक और गार्ड ने देखा कि पहाड़ से पत्थर की चट्टानें खिसक कर रेलवे लाइन की ओर गिर रहीं हैं. इस पर चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर किसी तरह ट्रेन को रोका. लेकिन इसके बावजूद ट्रेन जब तक रुकती इंजन ट्रैक पर गिर रहे चट्टान की चपेट में आ गई. इससे ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया. गनीमत रही कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
![Rock on railway track in Jawahar Ghati of Koderma Goods train engine damaged](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jh-haz-02-bada-haadsa-tala-pahaad-se-khisakkar-railway-line-par-gira-pathar-ki-chataane-baal-baal-bacha-maal-gaadi-pic-jhc10054_16062021205800_1606f_1623857280_562.jpg)
ट्रैक पर 5 घंटे रहा यातायात बाधित
बाद में जेसीबी मंगाकर कोडरमा- बरकाकाना रेलखंड पर पड़ी चट्टानों को हटवाया गया. इस बीच कोडरमा-बरकाकाना रेलखंड पर करीब 5 घंटे तक ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा. घटना के बाद धनबाद मंडल के वरीय अभियंता-5 प्रीतम कुमार, कोडरमा के सहायक मंडल अभियंता राजन कुमार, यातायात निरीक्षक मनोज कुमार नीरज, बरही स्टेशन रेलवे स्टेशन के अधीक्षक चंदन कुमार केशरी, पिपराडीह स्टेशन के अधीक्षक बीवी सिंह आदि पदाधिकारियों ने हालात का जायजा लिया.
ब्रिज के नीच मालगाड़ी गिरती तो होता बड़ा नुकसान
बताया जाता है कि अगर ट्रेन बोल्डर से टकराती तो ट्रेन असंतुलित होकर ब्रिज के नीचे डैम में भी गिर सकती थी. इससे जान-माल की बड़ी क्षति हुई. गनीमत रही कि रेलवे ड्राइवर और गार्ड की सूझबूझ से यह हादसा टल गया.
एनएच 31 चौड़ीकरण के लिए काटा गया था पहाड़
विदित हो कि एनएच 31 चौड़ीकरण के लिए यहां पहाड़ से पत्थर काटा गया था, लेकिन नियमों की अनदेखी किए जाने यानी पहाड़ को बेतरतीब ढंग से काटे जानें से पत्थर लुढ़कने लगे, जिसके कारण यह घटना घटी. इसके पहले भी एनएच 31 के किनारे पहाड़ से काटी गई चट्टान एनएच 31 पर गिर गई थी.