कोडरमा: कोडरमा थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाले फ्लाई ऐश का उठाव नहीं हो रहा है, इससे आसपास के ग्रामीणों की परेशानी काफी बढ़ गई है. क्योंकि फ्लाई ऐश का उठाव करने वाली एजेंसी का कॉन्ट्रैक्ट 31 मार्च को खत्म हो गया और नई एजेंसी के लिए निविदा की प्रक्रिया अभी चल रही है. जिस कारण से ऐश का उठाव नहीं हो पा रहा है और ऐश पौंड में राख का ढेर जमा हो गया है, जो आसपास के गांव तक पहुंच रहा है.
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कोडरमा थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाला फ्लाई ऐश प्लांट से सटे खेतों को भी नुकसान पहुंचा रहा है. हालांकि प्लांट प्रबंधन की ओर से फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए पौंड में पानी छोड़ा गया है और ऐश के ढेर के निकट मिट्टी का भराव किया जा रहा है. लेकिन मिट्टी के भराव से भी ग्रामीणों की परेशानियों का समाधान नहीं हो रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि 1 अप्रैल से ऐश का उठाव बंद है और धीरे-धीरे फ्लाई ऐश आस-पास के गांव में फैलता जा रहा है.
कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के चीफ इंजीनियर दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि फ्लाई ऐश के उठाव के लिए नया कॉन्ट्रैक्ट किया जा रहा है और जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि परमानेंट ऐश पौंड का भी निर्माण किया जा रहा है और संभवत जून-जुलाई तक उसका निर्माण पूरा हो जाने से छोटी-मोटी समस्याएं खुद-ब-खुद दूर हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए पर पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है
कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के दो यूनिट से 1 हजार मेगावाट का बिजली उत्पादन किया जाता है और हर रोज तकरीबन 4 हजार मीट्रिक टन कोयले की खपत इस प्लांट में होती है. जिससे निकालने वाला ऐश इस पौंड में जमा होता है. जहां से इसका उठाव 31 मार्च तक किया जा रहा था. लेकिन अब इस फ्लाई ऐश का उठाव पूरी तरह से बंद है. जिसकी लेकर ग्रामीण परेशान हैं और उसके तत्काल उठाव की मांग कर रहे हैं.