खूंटी: ओतोंगओड़ा ग्राम प्रधान पौलुस मुंडा हत्याकांड का खुलासा 20 दिनों के बाद खूंटी पुलिस ने किया है. हत्याकांड में माओवादी बोयदा पाहन के दस्ता सदस्य निरुद्ध बालक समेत दो सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्त में लिया है. ग्राम प्रधान की हत्या में दोनों शामिल थे. पुलिस ने इनके पास से एक राइफल और चार गोली भी बरामद किया है.
ओतोंगओड़ा ग्राम प्रधान की हत्या कदलन पाहन और उसके एक नाबालिग सदस्य ने सिर्फ इस लिए की थी क्योंकि ग्राम प्रधान गांव वालों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक कर रहा था. खूंटी डीएसपी आशीष महली ने एक प्रेसवार्ता कर इसका खुलासा किया है. डीएसपी अशीष महली ने बताया कि कदलन पाहन और उसका नाबालिग सदस्य समेत अन्य अपराधी 4 अक्टूबर की रात ग्राम प्रधान के घर पहुंचे. ग्राम प्रधान पौलुस मुंडा के घर घुसकर कदलन पाहन और उसके सहयोगियों ने गोली मारी थी.
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पुलिस ने खदेड़कर पकड़ा
ग्राम प्रधान पौलुस मुंडा ओतोंगओड़ा पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणों को अफीम से होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी देने का काम कर रहे थे. घटना से पूर्व भी ग्राम प्रधान गांव के लोगों के साथ एक बैठक में नशे से दूर रहने की अपील गांववासियों से की थी. माओवादी सदस्यों को ग्राम प्रधान का नशे के खिलाफ जागरूक करना पसंद नहीं आया और उसकी हत्या कर दी. एसपी आशुतोष शेखर को मिली गुप्त सूचना पर दोनों को हिरासत में लिया गया, जबकि अन्य फरार है. फरार अपराधी को गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. डीएसपी ने बताया कि सायको थाना अंतर्गत रानीफॉल इलाके में 6 अपराधी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे रहे थे. सूचना पर अभियान एसपी रमेश कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया और उक्त स्थान पर पहुंची. पुलिस को देखते ही सभी भागने लगे. इसी दौरान दो अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ गए, जबकि बाकी जंगल का फायदा उठाकर भाग गए.
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छापेमारी टीम में शामिल पुलिस की टीम
ग्राम प्रधान पौलुस मुंडा के हत्यारों को पकड़ने के लिए अभियान एसपी रमेश कुमार, विजेंदर कुमार उप कमांडेंट एसएसबी, डीएसपी अशीष महली, तर्निश कुमार हंस सहायक कमांडेंट, पुनि राधेश्याम दास, एसएसबी हुंट के निरीक्षक नीरज कुमार, उप निरीक्षक गजे सिंह, अमित कुमार, दिगंबर पांडेय, विक्रमजीत, चंद्रशेखर पिंगुआ समेत जिला बल और एसएसबी के सशस्त्र बल शामिल थे.