खूंटीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन को लेकर खूंटी जिला में जोर शोर से इसकी तैयारियां की जा रही (Preparations for President visit In Khunti) हैं. जिला की साफ सफाई और रंग रोगन से यहां की तस्वीर बदली जा रही है. सरकारी भवनों के परिसर की दीवारों में दर्जनों कलाकारों को सोहराय पेंटिंग के लिए लगाया गया है. खूंटी के उलीहातू में जनजातीय कला-संस्कृति से जुड़ी विभिन्न पहलुओं को दर्शाया जा रहा है. खूंटी में सोहराई पेंटिंग के माध्यम से जनजातीय जीवन शैली से जुड़ी प्राकृतिक जीव जन्तुओं समेत विभिन्न तरह के पेड़ पौधों को दीवारों में पेंटिंग के माध्यम से उकेरा गया है. साथ ही आदिवासी सामूहिक नृत्य शैली और सुबह से शाम तक की दिनचर्या समेत विविध विषयों को सोहराय कलाकृतियों के साथ दीवारों पर आकर्षक रंगों के माध्यम से दर्शाया जा रहा (Cleaning and painting work in Khunti) है.
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भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू के बिरसा ओडा परिसर की दीवारों में भी भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी को पेंटिंग के माध्यम से दर्शाया जा रहा है. सोहराय पेंटिंग का कार्य पूर्ण करने के लिए 50 से ज्यादा कलाकारों को लगाया गया है. पहली बार देश की राष्ट्रपति के खूंटी आगमन को लेकर जिला प्रशासन खूंटी से उलिहातू तक की तस्वीर को जनजातीय लुक देने की कोशिश में जुटा है. राष्ट्रपति के स्वागत में कोई कमी ना रह जाए इसको लेकर सभी संबंधित पदाधिकारियों को अलग अलग कार्यों के निष्पादन के निर्देश दे दिए गए हैं.
जनजातीय गौरव दिवस सह भगवान बिरसा मुंडा की जयंती यादगार और ऐतिहासिक बने इसको लेकर सभी चौक चौराहों को भी आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है. इसके अलावा पूर्व में लंबित योजनाओ में भी गति आई है और लंबित योजनाओं का कार्य भी लगभग पूर्ण होने के कगार पर है. भगवान बिरसा मुंडा के जन्मस्थली खूंटी जिला बने 15 साल हो गए लेकिन यहां का विकास उस गति से नहीं हो पाया लेकिन राष्ट्रपति आगमन ने इसको रफ्तार दे दी है और 15 नवंबर से पहले ये तमाम कार्य पूर्ण होना संभव है. जिला में जिस तरीके से विकास के कार्य चल रहा है इससे उम्मीद जताई जा सकती है कि भगवान बिरसा के गांव से लेकर शहरी इलाकों की तस्वीर बदलेगी और भगवान के वंसजो से लेकर ग्रामीणों की तकदीर बदलेगी