खूंटीः जिले से पिछले कुछ दिनों से लापता जेसीबी चालक का कंकाल बरामद किया है. उसका अपहरण किया गया था. कंकाल मिलने से चारों ओर खलबली मच गई. अड़की थानांतर्गत बाड़ी निजकेल पंचायत के चाड़ाडीह बाजार से 16 जून को जेसीबी चालक दिनेश कुमार को बदमाशों ने अगवा कर लिया था.
मंगलवार को पुलिस ने गांव वालों की उपस्थिति में उसका कंकाल बरामद किया. उसकी शिनाख्त जेसीबी चालक के खलासी ने पहने कपड़े एंव गले की चेन से की. थाना प्रभारी पंकज कुमार दास के अनुसार जांच के क्रम में गुप्त सूचना मिलने पर मंगलवार को अड़की थाना एवं एसएसबी उलिहातू के जवान व अधिकारी चाड़ाडीह पहुंचे.
गांव से महज 500 मीटर दूर मरांगबुरु जाने वाली सड़क किनारे झाड़ियों से शव बरामद किया गया. लाश पूरी तरह से सड़ चुकी थी. साथ ही जंगली जानवरों ने इसे अपना शिकार बनाया था.
केवल कंकाल रह गया था. इसे पुलिस कब्जे में लेकर थाना ले आई एवं फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. जेसीबी चालक दिनेश कुमार का चाड़ाडीह बाजार से 16 जून को सरेआम अगवा कर लिया गया था और 20 जून को जेसीबी के मालिक ने थाने में मामला दर्ज कराया था.
तब से पुलिस छापेमारी अभियान चलाकर अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही थी. बताया जाता है कि मृतक चालक घटना के 2 दिन पहले क्षेत्र में आकर खेतों की समतलीकरण का काम कर रहा था.
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पहले काम कर रहे जेसीबी चालक को मलिक ने हटा दिया था. जेसीबी चालक की हत्या अपराधियों ने की या नक्सलियों ने तथा हत्या किस वजह से की गई अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन चाड़ाडीह गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर लाश का मिलना कई सवाल को जन्म देती है. क्या वाकई ग्रामीणों को जानकारी नहीं थी या डर से खामोश रहे.
क्योंकि क्षेत्र अपराधियों एवं नक्सलियों के लिए सेफ जोन के रूप में जाना जाता है. मृतक जेसीबी चालक गिरिडीह का रहने वाला था. इधर कंकाल मिलने से इलाके में दहशत फैल गई है.
जेसीबी चालक को दिनदहाड़े बाजार से उठाया गया था. इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. मामले को लेकर स्थानीय लोग सुरक्षा के प्रति चिंतित है. उनका कहना है कि हाल के दिनों में आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं.