खूंटी: सरना आदिवासियों ने भाजपा के आदिवासी नेताओं की ओर से हिंदू धर्मावलंबी कहे जाने के विरोध में बुधवार को खूंटी मेन रोड पर रैली निकाली और भगत सिंह चौक पर भाजपा नेताओं का पुतला फूंका. इस दौरान सरना आदिवासियों ने इन नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सरना आदिवासी पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व सांसद करिया मुंडा और वर्तमान विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा से काफी नाराज दिखे. सरना आदिवासियों ने भाजपा नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं, आदिवासियों को हिंदू कहना बंद करें. इस दौरान नाराज आदिवासियों ने सरना कोड देना होगा जैसे नारे लगाए.
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सरना आदिवासियों ने निकाली रैलीरैली में शामिल आदिवासी नेताओं ने कहा कि आदिवासी समाज को लेकर भाजपा नेता गलत टिप्पणी कर रहे हैं और आदिवासियों को हिंदू बता रहे हैं. हमलोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं. आदिवासियों का अपना अलग धर्म है, ये प्रकृति पूजक हैं और सरना धर्म से जुड़े हैं. आदिवासी रैली में शामिल नेताओं ने कहा कि झारखण्ड सरकार ने आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड का प्रस्ताव 11 नवंबर को विशेष सत्र बुलाकर पारित किया है. लेकिन केंद्र सरकार आदिवासियों को अलग कोड नहीं देना चाहती. इसलिए खूंटी की सड़कों पर आदिवासी भाजपा नेताओं का पुतला दहन कर रहे हैं.