खूंटीः जिले में मंगलवार रात भीषण सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी. एक बेकाबू हाइवा ने सवारी से भरी ऑटो को टक्कर मार दी थी. जिसमें चारों लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. वहीं हाइवा चालक और खलासी वाहन को छोड़कर फरार हो गए थे. इधर, मामले में जानकारी मिली है कि जिस हाइवा ने ऑटो को टक्कर मारी थी वह खूंटी जिले के सबसे बड़े बालू माफिया का है. उसके पास तीन दर्जन से अधिक हाइवा हैं और जिले के तोरपा और रनिया इलाके में वह माफिया बालू का अवैध उठाव करता है.
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रांची से तोरपा अवैध बालू का उठाव करने तेजी से जा रहा था हाइवाः सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त हाइवा रांची से तोरपा अवैध बालू का उठाव करने के लिए जा रहा था. इसी दौरान हाइवा ने ऑटो को टक्कर मार दी थी. जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में ऑटो चालक बिपिन किशोर भेंगरा (40), जीवन भेंगरा, अनास्तासिया केरकेट्टा और उसके पति कुलदीप भेंगरा शामिल हैं. बताया जाता है कि अनास्तासिया स्वास्थ्य सहिया के रूप में कार्यरत थीं.
खूंटी-सिमडेगा रोड पर हुई थी दुर्घटनाः वहीं, विपिन भेंगरा ऑटो चलाने के साथ ही हाट में जूता-चप्पल का व्यवसाय करते थे. विपिन ऑटो से तोरपा साप्ताहिक हाट गए थे. वहां से लौटने के दौरान रास्ते में तीन अन्य लोग उसके ऑटो पर सवार हुए थे. जिन्हें लेकर वह गांव लौट रहे थे. इसी बीच अवैध बालू लोड करने जा रहे हाइवा ने ऑटो को टक्कर मार दी. घटना तोरपा थाना क्षेत्र के खूंटी-सिमडेगा मुख्य पथ स्थित डांड टोली गांव के समीप मंगलवार रात नौ बजे हुई थी.
पिछले साल भी बेलगाम हाइवा ने तीन लोगों को कुचल दिया थाः बताते चलें कि अवैध बालू खनन और परिवहन के खेल में डेढ़ वर्षो के भीतर दर्जनों ग्रामीणों की मौत हो चुकी है. 19 अप्रैल 2022 को भी बालू लदे हाइवा ने तीन बारातियों को कुचल दिया था. जिससे तीनों की मौत हो गई थी और कई बाराती घायल हो गए थे. मृतकों में 60 वर्षीय फागु नाग, 48 वर्षीय चतुर कांसी और 50 वर्षीय भागिन्द्र प्रधान शामिल थे. वहीं घटना के लगभग एक वर्ष के बाद 25 जुलाई 2023 को हाइवा की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई. दोनों हो घटनाएं तोरपा थाना क्षेत्र में हुईं. इसके अलावा रनिया, जरियागड़ और कर्रा थाना क्षेत्र में आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं.