खूंटी: जिले में कोरोना संकट के कारण दूसरे प्रदेशों से अपने प्रदेश लौटे राज्य के आठ लाख से अधिक मजदूरों को राज्य सरकार नौकरी देगी. प्रवासियों को नौकरी देने के लिए जिले के अधिकारियों ने सर्वे का काम चालू कर दिया है. इसके अनुसार जो मजदूर जिस जिले का है, उसे उसी जिले में रोजगार मिलेगा. इसके लिए जिला प्रशासन की टीम रणनीति तैयार कर रहा है.
घर-घर जाकर किया जा रहा सर्वे
जिला प्रशासन बाहर राज्यों से लौटे सभी प्रवासी मजदूरों के घर-घर जाकर सर्वे कर रहा है. सर्वे में उनके स्किल की भी जानकारी ली जा रही है और मजदूरों के स्किल का डाटा तैयार किया जा रहा है. सभी बीडीओ को अपने-अपने प्रखंड से जल्द ही सूची सौंपने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद स्किल के अनुसार मजदूरों को उनके ही क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराया जाएगा. इसके लिए इंजीनियरिंग विभाग के सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है.
मजदूरों की स्किल की ली जानकारी
एसडीओ हेमंत सती की अध्यक्षता में कार्यपालक अभियंताओं की बैठक हुई. जिसमें एसडीओ के कार्यालय अभियंताओं को अपने-अपने विभागों के प्रखंड वार योजनाओं की जानकारी सौंपने का निर्देश दिया. हर योजना में आवश्यक मजदूरों की संख्या भी दर्शाने को कहा गया है. किसी योजना में किस स्किल के मजदूरों की आवश्यकता है. इसकी भी जानकारी मांगी गई है.
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क्या है एसडीओ का कहना
एसडीओ ने बताया कि आवश्यकता के अनुसार मजदूरों को कार्यपालक अभियंता और योजना के साथ किया जाएगा. जिससे उन्हें रोजगार मिलेगा और उन्हें बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
कॉल सेंटर के माध्यम से मिलेगी जानकारी
मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए जिले में कॉल सेंटर की स्थापना की जाएगी. जिसमें मजदूर जिले में चल रही योजनाओं की जानकारी ले सकेंगे और योजनाओं से जुड़ कर रोजगार पा सकेंगे.