खूंटी: जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों से आत्महत्या (Suicide in Khunti) के मामले सामने आए हैं, जिसमें एक वनकर्मी और एक छात्रा ने आत्महत्या की है. पहली घटना कर्रा थाना क्षेत्र की है, जहां कर्रा वन कार्यालय के वनरक्षी संदीप कुमार ने सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं दूसरी घटना मारंगहादा थाना क्षेत्र की है, जहां एक छात्रा ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
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पहला मामला: वनरक्षी संदीप कुमार ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने लिखा कि 'अपने बिमारी से तंग आकर स्वेच्छा से आत्महत्या कर रहा हूं.' उसने अपने माता-पिता, भाई-बहन व अन्य रिश्तेदारों से माफी मांगते हुए फंदे से लटक जान देने की बात लिखी है. घटना शुक्रवार देर रात की है. घटना की जानकारी उसके सहयोगियों ने पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जानकारी परिजनों को दी. इधर जानकारी मिलते ही कर्रा सीओ बैजनाथ कामंति, कर्रा थानेदार दीपक कुमार सिंह, रेंजर सुरेंद्र कुमार सिंह, फोरेस्टर शशीभुषण सहाय के अलावा अन्य वनकर्मी भी सरकारी आवास पहुंचे.
दूसरी घटना: मारंगहादा थाना क्षेत्र में पुलिस ने छात्रा का शव पेड़ से लटका हुआ बरामद किया. छात्रा की पहचान अड़की थाना क्षेत्र में रहने वाली पूर्णिमा कुमारी के रूप में हुई है. छात्रा अड़की थाना क्षेत्र के हुंट की रहने वाली थी और बिरसा कॉलेज में इंटर की छात्रा थी. मारंगहादा थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पेड़ से लटका एक युवती का शव लटका हुआ है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिजनों ने पुलिस को बताया कि 28 सितंबर की सुबह शौच जाने की बात कहकर घर से निकली थी लेकिन, लौट कर वापस नहीं आई. परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन छात्रा नहीं मिली. परिजनों ने पुलिस को बताया कि 27 सितंबर को छात्रा पूर्णिमा ने कॉलेज जाने के लिए 600 रुपए मांगी थी लेकिन, उन्होंने उसे रुपए नहीं दिया जिससे वो डिप्रेशन में चली गई थी. थानेदार ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान ने मामला आत्महत्या का ही है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई होगी.