खूंटीः एक बार फिर से ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. 'सिस्टम के आगे बेबस मां! बेटी की मौत पर पीएम से हस्तक्षेप कर लगाई न्याय की गुहार' शीर्षक से ईटीवी भारत ने खबर प्रकाशित की. जिसके बाद चंद घंटे बाद ही भाजपा ने झारखंड पुलिस, खूंटी डीसी और खूंटी पुलिस से न्याय की अपील की है.
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भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि 'एक बेबस मां शासन-प्रशासन से अपनी मृतक बेटी की संदिग्ध मौत के लिए ससुराल वालों को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई की मांग कर रही है. आश्चर्यजनक रूप से इस मुद्दे पर 2 महीने से पुलिस FIR भी नहीं कर रही है, इन्हें न्याय मिले.' ईटीवी भारत को प्रतुल शाहदेव ने बताया कि खूंटी पुलिस आखिर एफआईआर से क्यों पीछे भाग रही है. पहले तो एफआईआर होनी चाहिए उसके बाद जांच. लेकिन इस मामले में पुलिस ने यूडी केस दर्ज कर क्या बताना चाह रही है, कहीं किसी को बचाने की साजिश तो नहीं है. उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि इस मामले में अगर बेबस मां को इंसाफ नहीं मिलता है तो भाजपा आगे की रणनीति बनाएगी.
क्या है मामलाः एक मां अपनी डेढ़ साल की नवासी को गोद में लेकर अपनी बेटी को न्याय दिलाने को लेकर दर-दर भटक रही है लेकिन उसकी कोई सुनने वाला नहीं है. इससे परेशान होकर जिस पर मुरहू थाना क्षेत्र की दरला निवासी सुरेश्वरी देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश समेत कई लोगों को पत्र लिखकर न्यायिक जांच एवं दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. मामला मुरहू थाना क्षेत्र के दारला गांव की तनुजा का है. जिसका विवाह 20 मार्च 2019 को घाघरा निवासी सुराजनाथ कर से हुई. लेकिन 22 फरवरी 2022 को उसकी संदेहास्पद मौत हो गई. जिसे मुरहू पुलिस ने यूडी बताते हुए केस दर्ज कर मृतका रानी के शव का पोस्टमार्टम कराए बगैर दाह संस्कार करवा दिया.