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धूल फांक रहा है लाखों की लागत से बना स्टेडियम, अब तक किसी ने नहीं ली सुध - जामताड़ा में लाखों रुपये की लागत से बना स्टेडियम

जामताड़ा के नारायणपुर प्रखंड में लाखों रुपए की लागत से स्टेडियम का निर्माण कराया गया, लेकिन आज तक स्टेडियम का उपयोग नहीं हो पाया और ना किसी ने आज तक इसकी सुध ली. स्थानीय लोग व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे हैं और सरकारी पैसे का दुरुपयोग बता रहे हैं.

worse condition of stadium built in narayanpur block in jamtara
स्टेडियम का हाल बेहाल
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Published : Jan 18, 2021, 8:07 PM IST

Updated : Jan 18, 2021, 9:57 PM IST

जामताड़ाः एक तरफ सरकार खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए लाखों करोड़ों खर्च कर रही है. वहीं दूसरी ओर जामताड़ा में खेल को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम के नाम पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है. खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए जिले के नारायणपुर प्रखंड में लाखों रुपये की लागत से स्टेडियम का निर्माण किया गया, लेकिन आज तक इस स्टेडियम का उपयोग नहीं हो पाया और ना ही आज तक कोई खेल का आयोजन किया गया.

देखें पूरी खबर
खस्ताहाल है भवन की हालत लाखों रुपए की लागत से बने इस स्टेडियम का हाल यह है कि इसकी खिड़की दरवाजा सब खत्म हो चुके हैं. शौचालय की स्थिति भी बद से बदतर हो गई है और भवन भी जर्जर हो चुका है. हालात यह है कि स्टेडियम में गाय-बकरी और जानवर चरते रहते हैं. जब प्रशासन मवेशी गाड़ी पकड़ती है तो यहां पर रखने का काम करती है. खेलकूद की जगह स्टेडियम में गंदगी का अंबार फैल गया है.प्रशासन ने ली स्टेडियम की सुधस्थानीय युवा खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों का कहना है कि वो प्रतिदिन यहां पर खेलने तो आते हैं, लेकिन व्यवस्था खस्ताहाल है. स्टेडियम टूट-फूट गया है और आज तक किसी ने इसकी सुध ली और ना कोई देखने आता है. आज तक स्टेडियम में कोई खेलकूद का आयोजन नहीं हो पाया है.

इसे भी पढ़ें- सस्पेंड होने के बाद बोले गुरनाम चढ़ूनी, कहा- 'किसान आंदोलन तोड़ने की साजिश, शिवकुमार कक्का RSS का आदमी'

गुणवत्ता और कार्य को लेकर सवालिया निशान
स्टेडियम के निर्माण के समय से ही इसके गुणवत्ता और कार्य को लेकर सवालिया निशान लगने लगे थे. स्टेडियम बनने के बाद यहां के खिलाड़ियों और युवा खेल प्रेमियों को उम्मीद जगी थी कि अब इस क्षेत्र के प्रतिभावान खिलाड़ियों का मौका मिलेगा और खेल को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन उनके सपने अधूरे रह गए.

सरकारी पैसे का दुरुपयोग
सरकारी खर्च के बाद बेहाल स्टेडियम के बारे में स्थानीय लोग बताते हैं कि इसमें सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग और बंदरबांट हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्टेडियम के नाम पर सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है, इसके बनने के साथ ही चाहरदीवारी क्षतिग्रस्त हो चुका है.

जामताड़ाः एक तरफ सरकार खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए लाखों करोड़ों खर्च कर रही है. वहीं दूसरी ओर जामताड़ा में खेल को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम के नाम पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है. खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए जिले के नारायणपुर प्रखंड में लाखों रुपये की लागत से स्टेडियम का निर्माण किया गया, लेकिन आज तक इस स्टेडियम का उपयोग नहीं हो पाया और ना ही आज तक कोई खेल का आयोजन किया गया.

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खस्ताहाल है भवन की हालत लाखों रुपए की लागत से बने इस स्टेडियम का हाल यह है कि इसकी खिड़की दरवाजा सब खत्म हो चुके हैं. शौचालय की स्थिति भी बद से बदतर हो गई है और भवन भी जर्जर हो चुका है. हालात यह है कि स्टेडियम में गाय-बकरी और जानवर चरते रहते हैं. जब प्रशासन मवेशी गाड़ी पकड़ती है तो यहां पर रखने का काम करती है. खेलकूद की जगह स्टेडियम में गंदगी का अंबार फैल गया है.प्रशासन ने ली स्टेडियम की सुधस्थानीय युवा खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों का कहना है कि वो प्रतिदिन यहां पर खेलने तो आते हैं, लेकिन व्यवस्था खस्ताहाल है. स्टेडियम टूट-फूट गया है और आज तक किसी ने इसकी सुध ली और ना कोई देखने आता है. आज तक स्टेडियम में कोई खेलकूद का आयोजन नहीं हो पाया है.

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गुणवत्ता और कार्य को लेकर सवालिया निशान
स्टेडियम के निर्माण के समय से ही इसके गुणवत्ता और कार्य को लेकर सवालिया निशान लगने लगे थे. स्टेडियम बनने के बाद यहां के खिलाड़ियों और युवा खेल प्रेमियों को उम्मीद जगी थी कि अब इस क्षेत्र के प्रतिभावान खिलाड़ियों का मौका मिलेगा और खेल को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन उनके सपने अधूरे रह गए.

सरकारी पैसे का दुरुपयोग
सरकारी खर्च के बाद बेहाल स्टेडियम के बारे में स्थानीय लोग बताते हैं कि इसमें सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग और बंदरबांट हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्टेडियम के नाम पर सिर्फ सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है, इसके बनने के साथ ही चाहरदीवारी क्षतिग्रस्त हो चुका है.

Last Updated : Jan 18, 2021, 9:57 PM IST
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