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Jamtara News: पत्थर खदान में हैवी ब्लास्टिंग से दहशत में ग्रामीण, कहा- जान माल पर बना रहता है खतरा

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 15, 2023, 2:25 PM IST

जामताड़ा के नारायणपुर स्थित नैयाडीह गांव के लोग डर के साये में जी रहे हैं. पत्थर खदान में हैवी ब्लास्टिंग के कारण ग्रामीण हमेशा दहशत में जीते हैं.

Jamtara DC Shashi Bhushan Mehra
पत्थर खदान में हैवी ब्लास्टिंग से दहशत में ग्रामीण
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जामताड़ा: जिले के नारायणपुर के नैयाडीह गांव में पत्थर खदान में हैवी ब्लास्टिंग की वजह से ग्रामीणों का जीवन भय में गुजर रहा है. उनके जेहन में हमेशा जान माल की क्षति का खतरा बना हुआ रहता है. ग्रामीणों ने बताया कि ब्लास्टिंग की वजह से कई घरों में दरार पड़ गए हैं. इससे होने वाले विस्फोट से पूरा गांव थर्रा जाता है.

ये भी पढ़ें: सरकारी सुविधा से वंचित आदिवासी छात्रावास, छात्रों को करना पड़ रहा परेशानी का सामना

डर से निकल जाते घर से बाहर: ब्लास्टिंग में कई घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. गांव के लोगों का कहना है कि इससे उनका जीना मुहाल हो गया है. उन्होंने बताया कि नियम कानून को ताक में रखकर हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है. अवैध तरीके से पत्थर खनन का कार्य किया जा रहा है. बताया कि विस्फोट इतना भयंकर होता है कि घर से बाहर निकल जाना पड़ता है.

क्या कहना है गांव वालों का: ग्रामीणों ने बताया कि खदान में विस्फोट के समय उनका खाना थाली से नीचे गिर जाता है. भय की वजह से घर से बाहर निकल जाते हैं. हमेशा अनहोनी का डर सताता रहता है. मकान कब ढह जाए, इसका भय हमेशा बना रहता है. ग्रामीणों ने माइंस को बंद करने की मांग डीसी शशि भूषण मेहरा से की है.

डीसी ने दिया जांच का भरोसा: उपायुक्त शशि भूषण मेहरा ने पत्थर खदान में हो रही ब्लास्टिंग की जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. जिला के उपायुक्त ने कहा कि इसे लेकर जांच की जाएगी और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. कहा कि इसमें जो भी दोषी होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. गौरतलब है कि साहिबगंज में अवैध पत्थर खनन मामले में ईडी की कार्रवाई चल रही है. इसमें कई लोगों पर आरोप लगे हुए हैं, जिसकी जांच चल रही है.

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जामताड़ा: जिले के नारायणपुर के नैयाडीह गांव में पत्थर खदान में हैवी ब्लास्टिंग की वजह से ग्रामीणों का जीवन भय में गुजर रहा है. उनके जेहन में हमेशा जान माल की क्षति का खतरा बना हुआ रहता है. ग्रामीणों ने बताया कि ब्लास्टिंग की वजह से कई घरों में दरार पड़ गए हैं. इससे होने वाले विस्फोट से पूरा गांव थर्रा जाता है.

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डर से निकल जाते घर से बाहर: ब्लास्टिंग में कई घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. गांव के लोगों का कहना है कि इससे उनका जीना मुहाल हो गया है. उन्होंने बताया कि नियम कानून को ताक में रखकर हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है. अवैध तरीके से पत्थर खनन का कार्य किया जा रहा है. बताया कि विस्फोट इतना भयंकर होता है कि घर से बाहर निकल जाना पड़ता है.

क्या कहना है गांव वालों का: ग्रामीणों ने बताया कि खदान में विस्फोट के समय उनका खाना थाली से नीचे गिर जाता है. भय की वजह से घर से बाहर निकल जाते हैं. हमेशा अनहोनी का डर सताता रहता है. मकान कब ढह जाए, इसका भय हमेशा बना रहता है. ग्रामीणों ने माइंस को बंद करने की मांग डीसी शशि भूषण मेहरा से की है.

डीसी ने दिया जांच का भरोसा: उपायुक्त शशि भूषण मेहरा ने पत्थर खदान में हो रही ब्लास्टिंग की जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. जिला के उपायुक्त ने कहा कि इसे लेकर जांच की जाएगी और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. कहा कि इसमें जो भी दोषी होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. गौरतलब है कि साहिबगंज में अवैध पत्थर खनन मामले में ईडी की कार्रवाई चल रही है. इसमें कई लोगों पर आरोप लगे हुए हैं, जिसकी जांच चल रही है.

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