जामताड़ा: जिले के मिहिजाम थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला देखने को मिला जिसे सुनने के बाद आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे. ताजा मामला लीलानगर का है, जहां एक दंपती ने अपने तीन दिन के जिगर के टुकड़े को पैसे के लालच और प्रलोभन में आकर दूसरे को बेच दिया.
दरअसल, लीला नगर के रहने वाले उज्जवल दास और नैना दास ने अपने तीन दिन के जिगर के टुकड़े को पैसे और लालच में प्रलोभन में आकर गीता नाम की महिला के हाथ सौंप दिया. बताया जाता है कि नैना दास की डिलीवरी को लेकर जामताड़ा सदर अस्पताल में लाया गया था. जहां नैना दास ने एक बच्चे को जन्म दिया. बच्चे को जन्म के बाद गीता नाम की एक महिला ने उन्हें पैसे की लालच देकर बच्चे को ले लिया.
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इस बात की जानकारी जब बच्चे के दादा-दादी को हुई तो उन्होंने इसकी सूचना समाजसेवी संस्था चलाने वाली महिला को दी. उसके बाद इस मामले में पहल कर बच्चे को वापस महिला से दिलाने का काम किया गया. बच्चे की दादी ने रोते हुए बताया कि पहले उसे बताया गया कि बच्चे की मौत हो गई है, लेकिन उसे भरोसा नहीं हुआ, उसे विश्वास था कि उसका पोता जिंदा है और 3 दिन बाद उसे उसका पोता मिला है.
बच्चे के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि मिहिजाम की गीता नाम की एक महिला ने लालच दिया था कि वह बच्चे को ठीक से रखेगी. उसने धमकी भी दी थी कि अगर इस बात की जानकारी किसी को देगी तो बच्चे का भविष्य खराब हो जाएगा.
हालांकि इस मामले में स्थानीय मिहिजाम पुलिस से संपर्क कर काफी जानने का प्रयास किया गया पर पुलिस ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया. यही कहा गया कि इस मामले को लेकर थाने में किसी भी तरह का मामला दर्ज नहीं किया गया है.