जामताडा: जिले में सरकार की उदासीनता का एक नजारा देखने को मिला है जहां प्रशासनिक अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि ने जब ग्रामीणों की समस्या नहीं सुनी तो वे खुद समस्या का समाधान खोजने में जुट गए. दरअसल जर्जर सड़क से जनता परेशान थी जब किसी ने नहीं सुनी तो तो अंत में ग्रामीणों ने खुद ही सड़क बना डाली.
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सड़क पर बन गए थे गड्ढे
जामताड़ा जिले के नारायणपुर प्रखंड के चंपापुर गांव में ग्रामीणों के आने-जाने के लिए सड़क की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी थी. सड़क पर काफी गड्ढे बन गए थे जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था. सड़क में गड्ढों के कारण ग्रामीण और उनके बच्चे आए दिन दुर्घटना के शिकार होते थे जिसके कारण ग्रामीण काफी परेशान रहते थे. जर्जर सड़क की मरम्मत को लेकर जनता ने जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक गुहार लगाई लेकिन नतीजा सिफर साबित रहा. अंत में हार मानकर ग्रामीणों ने खुद ही सड़क बनाने की ठानी.
चंदा इकट्ठा कर खुद ग्रामीणों ने बनाई सड़क
जब ग्रामीणों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया, किसी ने ध्यान नहीं दिया तो अंत में लोगों ने चंदा इकट्ठा कर सड़क को बना डाला. इस सड़क के बन जाने के बाद अब आस पास के गांव के लोग उनकी चर्चा कर रहे हैं.
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की हालत काफी खराब थी. बड़ी संख्या में गड्ढे हो गए थे. जिससे आए दिन बच्चे गिरते थे, दुर्घटना होती थी. इसे लेकर स्थानीय विधायक को कई बार शिकायत कर चुके थे लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. अंत में चंदा इकट्ठा कर सबके सहयोग से सड़क का निर्माण किया गया.