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जामताड़ाः कॉलेज फीस जमा करने को लेकर छात्र-छात्राओं को हो रही है परेशानी, बैंक के बाहर घंटों करना पड़ रहा है इंतजार - झारखंड न्यूज

जामताड़ा में छात्र-छात्राओं को अपने कॉलेज सेमेस्टर फीस का चालान सिर्फ इलाहाबाद बैंक में ही जमा करना है, जिससे बैंक के बाहर छात्र-छात्राओं का हुजूम लगा रहता है. वे सड़क किनारे भूखे-प्यासे लाइन में खड़े रहते हैं.

कॉलेज फीस का चालान
college fees in Jamtara
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Published : Dec 10, 2019, 12:10 AM IST

जामताड़ा: जिले के महिला कॉलेज और जामताड़ा कॉलेज में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को अपने कॉलेज सेमेस्टर फीस का चालान बैंक में जमा करना पड़ रहा है. जिससे उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है.

देखें पूरी खबर

भूखे-प्यासे लाइन में खड़े रहते हैं छात्र-छात्रा
परेशानी बढ़ने का सबसे मुख्य कारण है कि विधार्थियों को मात्र इलाहाबाद बैंक में ही चालान का जमा करना है. काफी संख्या में छात्र-छात्राओं को एक साथ बैंक में चालान का फीस जमा करने का निर्देश दिया गया है, जिससे बैंक के बाहर छात्र-छात्राओं का हुजूम लगा रहता है. वे सड़क किनारे भूखे-प्यासे लाइन में खड़े रहते हैं.

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सेमेस्टर फीस जमा करने का प्रावधान
दिनभर बैंक के बाहर खड़ा रहने के बाद फीस जमा नहीं होने पर उन्हें निराश होकर देर शाम वापस लौटना पड़ता है और अगले दिन फिर लाइन में पढ़ाई-लिखाई छोड़ कर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. लाइन में खड़े छात्र-छात्राओं ने बताया कि इलाहाबाद बैंक में ही सेमेस्टर फीस जमा करने का प्रावधान किया गया है. इसके चलते सब काम छोड़कर घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है, जिससे काफी परेशानी होती है.

सुरक्षा का नहीं है कोई इंतजाम
वहीं, छात्राओं का कहना है कि उनलोगों को दूर से आना पड़ता है और जाने के समय अंधेरा है जाता है. सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है, जिससे काफी परेशानी होती है. छात्राओं ने कॉलेज में ही फीस जमा करने या ऑनलाइन पेमेंट करने की व्यवस्था की मांग की है. मामले में जब बैंक अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि चार से पांच कॉलेज के छात्र-छात्राएं लाइन में खड़े हैं. सभी को एक बार अंदर लाना आसान नहीं है. इसलिए पांच-पांच छात्राओं को प्रवेश कराया जा रहा है.

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छात्र-छात्राओं को हो रही है समस्या
छात्र-छात्राओं को हो रही इस समस्या को लेकर जब जिला के उपायुक्त से बात की गयी तो उन्होंने तत्काल जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को इसमें सुधार करने का आवश्यक निर्देश दिया और बताया कि संबंधित बैंक में छात्र-छात्राओं को जो समस्या हो रही है उसे समाधान करा लिया जाएगा. सरकार बेहतर शिक्षा देने और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है, जबकि छात्राओं को फीस का चालान जमा करने को लेकर पढ़ाई-लिखाई छोड़ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई और भविष्य के साथ शिक्षण संस्थान और सरकार की व्यवस्था कितनी संवेदनशील है यह स्पष्ट दिखाई देती है.

जामताड़ा: जिले के महिला कॉलेज और जामताड़ा कॉलेज में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को अपने कॉलेज सेमेस्टर फीस का चालान बैंक में जमा करना पड़ रहा है. जिससे उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है.

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भूखे-प्यासे लाइन में खड़े रहते हैं छात्र-छात्रा
परेशानी बढ़ने का सबसे मुख्य कारण है कि विधार्थियों को मात्र इलाहाबाद बैंक में ही चालान का जमा करना है. काफी संख्या में छात्र-छात्राओं को एक साथ बैंक में चालान का फीस जमा करने का निर्देश दिया गया है, जिससे बैंक के बाहर छात्र-छात्राओं का हुजूम लगा रहता है. वे सड़क किनारे भूखे-प्यासे लाइन में खड़े रहते हैं.

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सेमेस्टर फीस जमा करने का प्रावधान
दिनभर बैंक के बाहर खड़ा रहने के बाद फीस जमा नहीं होने पर उन्हें निराश होकर देर शाम वापस लौटना पड़ता है और अगले दिन फिर लाइन में पढ़ाई-लिखाई छोड़ कर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है. लाइन में खड़े छात्र-छात्राओं ने बताया कि इलाहाबाद बैंक में ही सेमेस्टर फीस जमा करने का प्रावधान किया गया है. इसके चलते सब काम छोड़कर घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है, जिससे काफी परेशानी होती है.

सुरक्षा का नहीं है कोई इंतजाम
वहीं, छात्राओं का कहना है कि उनलोगों को दूर से आना पड़ता है और जाने के समय अंधेरा है जाता है. सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है, जिससे काफी परेशानी होती है. छात्राओं ने कॉलेज में ही फीस जमा करने या ऑनलाइन पेमेंट करने की व्यवस्था की मांग की है. मामले में जब बैंक अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि चार से पांच कॉलेज के छात्र-छात्राएं लाइन में खड़े हैं. सभी को एक बार अंदर लाना आसान नहीं है. इसलिए पांच-पांच छात्राओं को प्रवेश कराया जा रहा है.

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छात्र-छात्राओं को हो रही है समस्या
छात्र-छात्राओं को हो रही इस समस्या को लेकर जब जिला के उपायुक्त से बात की गयी तो उन्होंने तत्काल जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को इसमें सुधार करने का आवश्यक निर्देश दिया और बताया कि संबंधित बैंक में छात्र-छात्राओं को जो समस्या हो रही है उसे समाधान करा लिया जाएगा. सरकार बेहतर शिक्षा देने और बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देती है, जबकि छात्राओं को फीस का चालान जमा करने को लेकर पढ़ाई-लिखाई छोड़ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई और भविष्य के साथ शिक्षण संस्थान और सरकार की व्यवस्था कितनी संवेदनशील है यह स्पष्ट दिखाई देती है.

Intro:जामताङा: जामताड़ा में कॉलेज के छात्र छात्राओं को अपने फीस का चालान बैंक में जमा करने को लेकर उठानी पड़ती है परेशानी । घंटों बैंक के बाहर सड़क पर भूखे प्यासे करना पड़ता है लाइन में इंतजार ।


Body:जामताड़ा में जामताड़ा कॉलेज और महिला कॉलेज में पढ़ रहे छात्र छात्राओं को अपने कॉलेज में सेमेस्टर का फीस का चालान बैंक में जमा करने के प्रावधान किए जाने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।एकमात्र बैंक इलाहाबाद बैंक में चालान का फीस जमा करने का प्रावधान किए जाने से परेशानी काफी बढ़ गई है। काफी संख्या में छात्र-छात्राओं को एक साथ बैंक में चालान का फीस जमा करने का निर्देश दिए जाने पर बैंक के बाहर छात्र-छात्राओं का हुजूम लगा रहता है ।घंटों बैंक के बाहर सड़क के किनारे छात्र-छात्राओं लाइन में भूखे प्यासे अपने कॉलेज का फीस का चालान जमा करने को लेकर घंटों इंतजार करते रहते हैं ।दिनभर खड़ा रहने के बाद भी फीस जमा नहीं होने पर शाम तक देर वापस लौटना पड़ता है ।अगले दिन फिर लाइन में पढ़ाई लिखाई छोड़ कर अपनी बारी का इंतजार करते हैं ।घंटों लाइन में खड़े छात्र छात्राओं ने बताया कि जामताड़ा कॉलेज और महिला कॉलेज छात्रा है ।इलाहाबाद बैंक में ही सेमेस्टर का फीस जमा करने का प्रावधान किया गया है। जिसके चलते सब काम छोड़कर घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है ।जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। सबसे ज्यादा परेशानी छात्राओं को उठानी पड़ती है। दूरदराज से छात्राओं को दिनभर बैंक के बाहर खड़ा भूखे प्यासे रहना पड़ता है। छात्राओं का कहना था। दूर से आने पर शाम हो जाता है और सुरक्षा का भी कोई इंतजाम नहीं है। जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है ।छात्राओं ने कॉलेज में ही फीस जमा करने या ऑनलाइन पेमेंट करने की व्यवस्था की मांग की। अव्यवस्था को लेकर जब बैंक के अधिकारी से पूछा गया तो बताया गया कि एक काउंटर में पांच पांच छात्राओं को प्रवेश कराया जा रहा है ।लेकिन उनकी परेशानी से उन्हें कोई मतलब नहीं था ।छात्र-छात्राओं को हो रही समस्या को लेकर जब जिला के उपायुक्त से अवगत कराया गया तो। जिले के उपायुक्त ने तत्काल जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को इसमें सुधार करने का आवश्यक निर्देश दिया और बताया कि संबंधित बैंक में छात्र छात्राओं को जो समस्या हो रही है उसे समाधान करा लिया जाएगा।

बाईट 1 घंटों लाइन में खड़े परेशान छात्र छात्रा
बाईट 2 नेहा बैंक अधिकारी
बाईट 3 गणेश कुमार उपायुक्त जामताड़ा


Conclusion:सरकार बेहतर शिक्षा देने और बेटी बढ़ाओ बेटी पढ़ाओ की नारा देती है। सरकार अच्छी शिक्षा देने की बात करती है। वही छात्र-छात्राओं को फीस जमा का चालान जमा करने को लेकर पढ़ाई लिखाई छोड़ परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बच्चों के पढ़ाई और भविष्य के साथ शिक्षण संस्थान और सरकार की व्यवस्था कितना संवेदनशील है यह स्पष्ट होता है ।
संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
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