जामताड़ा: नाला प्रखंड मुख्यालय में सरकारी गोदामों में नियुक्त प्रभारी मैनेजर के मनमानी का मामला सामने आया है. खबर के मुताबिक प्रभारी मैनजेर खुद काम करने के बजाय प्राइवेट कर्मियों से काम करवा रहे हैं और खुद कई कई दिनों तक गायब रह रहे हैं. सरकारी गोदामों में प्राइवेट कर्मियों के अवैध तरीके से काम करने पर कई सवाल उठ रहे हैं.
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प्राइवेट कर्मियों की कार्यशैली पर सवाल
अनाज का सरकारी गोदाम सरकार का एक बहुत ही महत्वपूर्ण विभाग माना जाता है. जहां से गरीबों को उनके निवाले के लिए अनाज का वितरण किया जाता है. गरीबों को मिलने वाला अनाज सही तरीके से और समय पर मिले इसके लिए एक प्रभारी की निुयक्ति की जाती है. लेकिन वही प्रभारी जब अपनी ड्यूटी से गायब रहे और अपनी जगह किसी प्राइवेटकर्मी को काम करने के लिए अवैध तरीके से नियुक्त कर दे तो उसकी कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है.
क्या कहते हैं प्राइवेटकर्मी
नाला प्रखंड के सरकारी गोदाम में काम करने वाले एक कर्मचारी से जब उसके बारे में पूछा गया तो उसने अपना जो परिचय बताया वो चौंकाने वाला है. उसने बताया कि वे सरकारी रिटायर्ड कर्मचारी हैं और उन्हें इस गोदाम के प्रभारी मैनेजर ने उन्हें देखने के लिए कहा है. वहीं प्राइेवट कर्मी के मुताबिक वे बहुत दिनों से काम कर रहे हैं और उसे अधिकारी ने यहां रखा है.
प्राइवेट कर्मियों के हवाले सरकारी गोदाम
जामताड़ा जिले में कुल तीन सरकारी गोदाम है. नाला प्रखंड मुख्यालय में दो और कुंडहीत में एक गोदाम में है. नाला प्रखंड मुख्यालय के दोनों गोदामों में एक ही व्यक्ति को प्रभारी बनाया गया है और दोनों में ही सरकारी कर्मी के बजाय प्राइवेट कर्मी गोदाम का देख रेख कर रहे हैं. पूरा मामला सामने आने पर बीजेपी नेता सत्यानंद झा ने भ्रष्टाचार और लूट का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर है.