जामताड़ा: आदिवासी युवकों के साथ मिहिजाम पुलिस की ओर से मारपीट, गाली-गलौज और आदिवासी समाज को लेकर टिप्पणी किए जाने के विरोध में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने थाना का घेराव किया. आक्रोशित आदिवासी समाज के लोगों ने थाना के सामने जमकर हंगामा किया.
ये भी पढ़ें-पेट्रोल-डीजल में लुट रही आम लोगों की कमाई, जनता मांगे महंगाई से रिहाई
पुलिस पर मारपीट और गाली-गलौज का लगाया आरोप
आदिवासी समाज के लोगों ने पुलिस पर आदिवासी युवक के साथ मारपीट गाली-गलौज करने और आदिवासी समाज को लेकर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया है. आदिवासी समाज के लोगों का कहना था कि मिहिजाम की पुलिस की ओर से अभद्र टिप्पणी की गई. जिसके विरोध में थाना का घेराव किया है.
पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग
थाना का घेराव कर रहे आदिवासी समाज के लोगों ने पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. वहीं आदिवासी समाज के लोगों ने कहा कि मुझे इंसाफ चाहिए और इस पुलिस ने उनके समाज के ऊपर अभद्र टिप्पणी की है. उसके खिलाफ कार्रवाई हो.
क्या है पूरा मामला
मामले के बारे में बताया जाता है कि कुछ आदिवासी युवक सरस्वती पूजा को लेकर मूर्ति विसर्जन कर रहे थे. मूर्ति विसर्जन के दौरान नाच गा रहे थे कि इसी दौरान मिहिजाम थाने के पुलिस की ओर से जल्दी विसर्जन करने को कहा गया और शोर नहीं करने की बात कही गई. बताया जाता है कि इसी को लेकर बात बहस शुरू हुई. जिसे लेकर पुलिस की ओर से आदिवासी समाज के ऊपर टिप्पणी की गई. जिससे आदिवासी युवकों को गुस्सा आने पर पुलिस के साथ झड़प हो गई. इसी बात को लेकर कुछ आदिवासी युवक पुलिस का विरोध करने लगे. वहीं पुलिस दल बल के साथ युवकों को पकड़ने के लिए मौके पर पहुंची और मारपीट की. आदिवासी समाज के लोग पुलिस की इस कार्रवाई से भड़क गए और विरोध में थाना का घेराव कर दिया.