पलामू : अफीम की खेती को नष्ट करने की समय सीमा पलामू प्रमंडल में तय कर दी गयी है. सभी पुलिस पदाधिकारियों को 16 फरवरी तक अफीम की खेती नष्ट करने का टास्क दिया गया है. 16 फरवरी के बाद पलामू के जोनल आईजी सुनील भास्कर क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे. 16 फरवरी के बाद अफीम की खेती पाये जाने पर संबंधित थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जायेगी.
अफीम की खेती के खिलाफ पलामू, गढ़वा और लातेहार पुलिस अभियान चला रही है. पिछले दो माह में 250 एकड़ से अधिक में फसल को नष्ट किया जा चुका है. पुलिस ने पूरे मामले में अब तक 50 से अधिक लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है और आधा दर्जन से अधिक को गिरफ्तार भी किया है.
"16 फरवरी तक अफीम (अफीम) की खेती को नष्ट करने को कहा गया है, 16 फरवरी के बाद खेती पाये जाने पर संबंधित पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी. पुलिस लगातार ग्रामीणों से अफीम की खेती नहीं करने की अपील कर रही है. पुलिस लगातार अभियान चला रही है और अफीम की खेती नष्ट कर रही है. खेती से प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया जायेगा." - सुनील भास्कर, आईजी पलामू
सोन के दियारा पर विशेष नजर
अफीम की खेती के खिलाफ अभियान में एक संयुक्त टीम भी बनाई गई है. इस टीम में वन विभाग और स्थानीय प्रशासनिक टीम भी शामिल है. पुलिस ने भी सोन नदी के दियारा इलाके में अपनी निगरानी बढ़ा दी है. कुछ दिन पहले सोन के दियारा में भी अफीम की खेती पकड़ी गई थी, जिसके बाद झारखंड और बिहार की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई में 20 करोड़ रुपये से अधिक की अफीम की फसल नष्ट की गई थी.
यह भी पढ़ें:
20 करोड़ की अफीम की फसल नष्ट! पलामू में झारखंड-बिहार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
खूंटी एसपी ने खुद संभाली ऑपरेशन अफीम की कमान, लाठी से फसलों को किया नष्ट