जामताड़ा: जिला का ग्रामीण क्षेत्र घुतपनिया गांव के ग्रामीणों को आज भी बिजली-सड़क-पानी, स्वास्थ्य, रोजगार आदि मूलभूत सुविधाओं से महरूम हैं. गांव की समस्या देखने और सुनने वाला कोई नहीं है. सरकारी पदाधिकारी भी कभी इनकी सुध नहीं लेते और न ही कोई जनप्रतिनिधि ही इनकी सुध लेना उचित समझता है.
सड़क तक नहीं
नारायणपुर प्रखंड मुख्यालय से सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित है घुतपनिया गांव. गांव की हालत यह है कि आने-जाने के लिए सड़क तक नहीं है. बरसात के समय में सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है. गांव में रोजगार नहीं मिल पाता. मनरेगा के तहत रोजगार नहीं मिलने के कारण यहां के ग्रामीण को रोजगार के लिए मजदूरी करने बाहर जाना पड़ता है.
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'बहुत परेशानी होती है'
वहीं, कहने के लिए गांव में बिजली के खंभे लगे हुए हैं, बिजली नहीं रहती. गांव के लोगों का कहना है कि राशन के अलावा कोई भी सरकारी सुविधा नहीं मिलती है. सड़क नहीं रहने के कारण काफी परेशानी होती है.
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'जल्द काम किया जाएगा'
ग्रामीण महिलाएं बताती हैं कि गांव में स्कूल तो है पर पढ़ाई नहीं होती है. बच्चों को भरपेट स्कूल में भोजन नहीं मिल पाता है. इस समस्या को लेकर जब झारखंड के कृषि मंत्री रणधीर सिंह से अवगत कराते हुए पूछा गया तो मंत्री ने स्थानीय क्षेत्र के विधायक को ही दोषी करार दे दिया. मंत्री का कहना था कि क्षेत्र के विधायक का दायित्व है कि इन समस्याओं से सरकार को अवगत कराएं. मंत्री का कहना था कि रघुवर सरकार में बहुत से गांवों में विकास का काम हुआ है, और आगे भी सरकार बनती है तो विकास होता रहेगा, जो गांव विकास से छूट गए हैं, वहां भी जल्द काम किया जाएगा.