जामताड़ाः जिले के वीर गांव स्थित बराकर नदी में गुरुवार की शाम 6 बजे नाव पलट गई. नदी के बीचोबीच नाव पलटने से सिर्फ चार लोग ही तैर कर सुरक्षित निकले हैं. इसके अलावा शेष नाव में सवार लोग लापता हैं. हालांकि, घटना की सूचना मिलते ही जामताड़ा डीसी और एसपी घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गए. गुरुवार की रात में ही एनडीआरएफ की टीम पहुंची, जो ग्रामीणों और मछुआरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. लेकिन शुक्रवार की सुबह 9 बजे तक एक भी लापता लोगों की खोज नहीं की जा सकी है.
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स्थानीय लोगों ने बताया कि जामताड़ा से रोजाना लोग मजदूरी करने या फिर सब्जी बेचने धनबाद जिले के निरसा जाते हैं. ये लोग नाव से ही जाते आते हैं. गुरुवार को भी निरसा के दरबंदिया घाट से नाव शाम 5 बजे वीर गांव के लिए खुली और करीब छह बजे वीर गांव के पास बीच नदी में नाव अनियंत्रित होकर पलट गई. ग्रामीणों ने बताया कि वीर गांव घाट से दूसरी नाव लेकर बीच नदी में लोग पहुंचे, जिससे चार तैरते लोगों को उठाकर सुरक्षित लाया गया. बचाए गए सभी लोग मझिया गांव के रहने वाले हैं.
ग्रामीणों के अनुसार नाव में 20 से 22 लोग सवार थे. इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं. नाव में सवार लोग वीर गांव और आसपास के गांव के लोग थे. उन्होंने कहा कि नाव पर आठ मोटरसाइकिल और साइकिल भी था. लेकिन एनडीआरएफ के रेस्क्यू अभियान के दौरान अब तक कुछ नहीं मिला है.
एसडीओ संजय पांडे ने बताया कि घटना के तत्काल बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था और देर रात तक ऑपरेशन चलाया गया. लेकिन रात में तेज बारिश और हवा के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि शुक्रवार की सुबह छह बजे से प्रशिक्षित गोताखोर और एनडीआरएफ की टीम ऑपरेशन चला रही है. उन्होंने कहा कि जाल की मदद से भी लापता लोगों की तलाश की जा रही है. लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली है.