जामताड़ा: जसीडीह से स्पेशल श्रमिक ट्रेन से पहुंचे सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को बंगाल की सीमा मिहिजाम चेक पोस्ट पर छोड़े जाने के बाद बंगाल की पुलिस ने उन्हें सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया. उन्हें वापस झारखंड की सीमा पर लौटा दिया गया. छोटे-छोटे बच्चे और परिवारों के साथ पहुंचे बंगाल के प्रवासी मजदूर घंटों बंगाल और झारखंड के सीमा के बीच में फंसे रहे. जिस कारण काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा.
सभी मजदूर झूठ बोलकर महाराष्ट्र से झारखंड स्पेशल ट्रेन से पहुंचे थे. जहां से प्रशासन ने बस कर पश्चिम बंगाल की सीमा मिहिजाम चेक पोस्ट पर छोड़ दिया. बताया जाता है कि मजदूरों को बंगाल की सीमा पर छोड़ दिए जाने के बाद सभी सीमा पर प्रवेश करने जा रहे थे, तभी बंगाल प्रशासन ने उन्हें रोक दिया और प्रवेश नहीं करने दिया.
जामताड़ा जिला प्रशासन को करना पड़ा हस्तझेप
मामले की जानकारी के बाद जामताड़ा जिला प्रशासन ने मजदूरों की समस्या को लेकर बंगाल के प्रशासन से बात की. फिर सभी बंगाल के मजदूरों की सूची बनाकर बंगाल प्रशासन को सौंपा गया. जामताड़ा उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सभी मजदूर झूठ बोलकर महाराष्ट्र से स्पेशल श्रमिक ट्रेन से जसीडीह झारखंड आ गए थे. जहां से प्रशासन इन्हें सम्मान पूर्वक बस से बंगाल की सीमा में चेक पोस्ट पर छोड़ दिया. लेकिन बंगाल पुलिस और प्रशासन ने इन सभी को राज्य में प्रवेश से रोक दिया.
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जामताड़ा का सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल है. पश्चिम बंगाल के प्रशासन और पुलिस अपने मजदूर लोगों को प्रवेश करने से रोक रही है. इस तरह के आए दिन घटना और विवाद और समस्या बंगाल पुलिस प्रशासन से साथ होते रहती है. जिससे प्रवासी मजदूर हो या अन्य लोग सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.