जामताड़ा: झारखंड के दुमका और बेरमो, दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. जिसे लेकर राजनीतिक गतिविधि तेज हो गई है. उपचुनाव को लेकर राजनेताओं का दौरा भी शुरू हो गया है. दुमका उपचुनाव में जदयू ने चुनाव लड़ने की अपनी पेशकश की है.
चुनाव लड़ने का दिया है प्रस्ताव
दुमका और बेरमो के होने वाले उपचुनाव को लेकर जदयू ने अपना प्रस्ताव भाजपा को दिया है. जिसमें दुमका सीट पर जदयू को लड़ने के लिए और बेरमो सीट पर भाजपा को चुनाव लड़ने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. जदयू का प्रस्ताव यदि भाजपा मानने से इन्कार कर देती है तो ऐसी स्थिति में पार्टी मजबूरन दुमका उपचुनाव लड़ने को बाध्य हो सकती है. जिससे जदयू और भाजपा गठबंधन में पेंच पड़ सकता है.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने दी जानकारी
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने झारखंड के दुमका और बेरमो में होने वाले उपचुनाव को लेकर अपने संथाल परगना के दौरे के क्रम में जामताड़ा पहुंचने पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि जदयू और भाजपा मिलकर उपचुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. जिसका प्रस्ताव उन्होंने दिया है. यदि भाजपा प्रस्ताव मानने से इनकार करती है तो मजबूरन जदयू को झारखंड के हित में दुमका उपचुनाव लड़ने को बाध्य होना पड़ेगा.
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हेमंत सरकार को डोमिसाइल, सरना धर्म विरोधी बताया
सालखन मुर्मू ने बताया कि दुमका उपचुनाव संगठन के आधार पर नहीं होगा. बल्कि इस बार दुमका उपचुनाव मुद्दों पर आधारित होगा. इस पर उन्होंने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हेमंत सरकार डोमिसाइल नीति विरोधी है, सरना धर्म कोड विरोधी है. आदिवासी की भाषा संथाली भाषा को राज्य में दूसरी राजभाषा बनाना नहीं चाहती है.