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साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए जामताड़ा पुलिस की नई रणनीति, मददगारों के खिलाफ भी होगी अब कार्रवाई - etv news

Cyber criminals in Jamtara. साइबर अपराध का गढ़ माने जाने वाले जामताड़ा को अपराधमुक्त करने के लिए जामताड़ा पुलिस जीरो टॉलरेंस की नई रणनीति अपना रही है. इसके तहत अब साइबर अपराध को बढ़ावा देने में किसी भी तरह का सहयोग देने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करेगी.

Cyber criminals in Jamtara
Cyber criminals in Jamtara
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 6, 2023, 4:40 PM IST

जामताड़ा पुलिस की नई रणनीति

जामताड़ा: साइबर अपराध के मामले में देशभर में जामताड़ा काफी मशहूर है. जामताड़ा को साइबर अपराध का हब माना जाता है. जामताड़ा पर लगे इस बदनुमा दाग को मिटाने के लिए पुलिस अब नई रणनीति के तहत काम कर रही है. पुलिस अब जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. इसके तहत पुलिस अब साइबर अपराधियों के साथ-साथ साइबर अपराध को संरक्षण देने वालों का समर्थन करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई करेगी.

अभी सिर्फ साइबर अपराधियों के खिलाफ होती है कार्रवाई: अब तक जामताड़ा साइबर थाना पुलिस और जिला पुलिस प्रशासन साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए साइबर अपराधियों के खिलाफ ही कार्रवाई करती थी. लेकिन नई जीरो टॉलरेंस रणनीति के तहत अब पुलिस उन लोगों पर भी कार्रवाई करेगी जो साइबर अपराधियों को बढ़ावा देते हैं या उन्हें संरक्षण देते हैं. चाहे वे कोई भी हों, पुलिस अब उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेगी.

क्या कहते हैं एसपी?: जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी ने साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस द्वारा अपनाई जा रही जीरो टॉलरेंस नीति की नई रणनीति के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. साथ ही साइबर थाने में अतिरिक्त महिला पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जा रही है. साइबर थाने को महिला थाने से भी टैग किया जा रहा है. एसपी ने कहा कि इस जीरो टॉलरेंस नीति के तहत साइबर अपराध को संरक्षण या समर्थन देने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.

करमाटांड़ और नारायणपुर साइबर क्राइम का गढ़: जामताड़ा के साइबर अपराधियों ने घर बैठे पूरे देश में नेटवर्क फैला रखा है, जहां से वे खाताधारक का खाता पल भर में साफ कर देते हैं. हालांकि, साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए जामताड़ा में साइबर थाना खोला गया है. लगातार छापेमारी की जा रही है. इसके बावजूद साइबर अपराधी साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए हर दिन नए-नए तरीके अपना रहे हैं और लोग साइबर अपराध का शिकार हो रहे हैं.

जामताड़ा जिले के करमाटांड़ और नारायणपुर को साइबर क्राइम का गढ़ माना जाता है. बताया जाता है कि साइबर अपराधियों के साथ-साथ उनके माता-पिता और कुछ लोग भी उन्हें बराबर संरक्षण देने का काम करते हैं. कुछ लोग साइबर अपराधियों को धन मुहैया कराने के लिए साहूकार के रूप में भी काम करते हैं. जिस पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी.

किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा-डीएसपी: साइबर थाना के डीएसपी मांजरूल होदा ने बताया कि अब पुलिस को साइबर अपराध करने वाले साइबर अपराधियों की सारी जानकारी मिल जाती है. साइबर डीएसपी ने कहा कि साइबर अपराध को संरक्षण और सहयोग देने वाले किसी भी व्यक्ति को पुलिस बख्शने वाली नहीं है.

यह भी पढ़ें: बैंकर्स बता रहे हैं डिजिटल फ्रॉड से बचने के तरीके, गावों में लग रहा है जागरुकता शिविर

यह भी पढ़ें: कारगर साबित हो रहा प्रतिबिंब ऐपः दुमका में लॉन्चिंग के तीन सप्ताह में 78 साइबर क्रिमिनल्स पहुंचे सलाखों के पीछे

यह भी पढ़ें: जामताड़ा में चार साइबर अपराधी गिरफ्तार, कुरियर सर्विस के नाम पर लोगों को लगाते थे चूना

जामताड़ा पुलिस की नई रणनीति

जामताड़ा: साइबर अपराध के मामले में देशभर में जामताड़ा काफी मशहूर है. जामताड़ा को साइबर अपराध का हब माना जाता है. जामताड़ा पर लगे इस बदनुमा दाग को मिटाने के लिए पुलिस अब नई रणनीति के तहत काम कर रही है. पुलिस अब जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. इसके तहत पुलिस अब साइबर अपराधियों के साथ-साथ साइबर अपराध को संरक्षण देने वालों का समर्थन करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई करेगी.

अभी सिर्फ साइबर अपराधियों के खिलाफ होती है कार्रवाई: अब तक जामताड़ा साइबर थाना पुलिस और जिला पुलिस प्रशासन साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए साइबर अपराधियों के खिलाफ ही कार्रवाई करती थी. लेकिन नई जीरो टॉलरेंस रणनीति के तहत अब पुलिस उन लोगों पर भी कार्रवाई करेगी जो साइबर अपराधियों को बढ़ावा देते हैं या उन्हें संरक्षण देते हैं. चाहे वे कोई भी हों, पुलिस अब उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेगी.

क्या कहते हैं एसपी?: जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी ने साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस द्वारा अपनाई जा रही जीरो टॉलरेंस नीति की नई रणनीति के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. साथ ही साइबर थाने में अतिरिक्त महिला पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की जा रही है. साइबर थाने को महिला थाने से भी टैग किया जा रहा है. एसपी ने कहा कि इस जीरो टॉलरेंस नीति के तहत साइबर अपराध को संरक्षण या समर्थन देने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.

करमाटांड़ और नारायणपुर साइबर क्राइम का गढ़: जामताड़ा के साइबर अपराधियों ने घर बैठे पूरे देश में नेटवर्क फैला रखा है, जहां से वे खाताधारक का खाता पल भर में साफ कर देते हैं. हालांकि, साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए जामताड़ा में साइबर थाना खोला गया है. लगातार छापेमारी की जा रही है. इसके बावजूद साइबर अपराधी साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए हर दिन नए-नए तरीके अपना रहे हैं और लोग साइबर अपराध का शिकार हो रहे हैं.

जामताड़ा जिले के करमाटांड़ और नारायणपुर को साइबर क्राइम का गढ़ माना जाता है. बताया जाता है कि साइबर अपराधियों के साथ-साथ उनके माता-पिता और कुछ लोग भी उन्हें बराबर संरक्षण देने का काम करते हैं. कुछ लोग साइबर अपराधियों को धन मुहैया कराने के लिए साहूकार के रूप में भी काम करते हैं. जिस पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी.

किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा-डीएसपी: साइबर थाना के डीएसपी मांजरूल होदा ने बताया कि अब पुलिस को साइबर अपराध करने वाले साइबर अपराधियों की सारी जानकारी मिल जाती है. साइबर डीएसपी ने कहा कि साइबर अपराध को संरक्षण और सहयोग देने वाले किसी भी व्यक्ति को पुलिस बख्शने वाली नहीं है.

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