जामताड़ा: एक ओर जहां पूरे जिले में लोग गर्मी से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग की अनियमित बिजली आपूर्ति (irregular power supply) से लोगों को काफी दिक्कत हो रही हैं. छोटे उद्योग धंधे से लेकर बच्चों की पढ़ाई और घरेलू कामकाज में सबसे ज्यादा प्रभाव पर पड़ा है. इससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. स्थानीय लोगों ने बिजली आपूर्ति में सुधार करने की मांग की है. सुधार नहीं किए जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. वहीं बिजली की समस्या को लेकर स्थानीय समाजसेवी कार्यकर्ता और आजसू नेता तरुण गुप्ता ने बिजली विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की और बिजली की समस्या में सुधार लाने की मांग की.
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एसएलडीसी से बिजली की हो रही कम सप्लाई: आजसू नेता तरुण गुप्ता ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों से अनियमित बिजली आपूर्ति पर जानकारी लेने की कोशिश की, इस पर अधिकारियों ने बताया कि जितनी बिजली खपत जामताड़ा में होती है और जितनी बिजली की जरुरत है. उससे कम आपूर्ति एसएलडीसी से हो रही है. जिस वजह से कम बिजली आपूर्ति की जा रही है. इस परेशानी का निदान तब ही हो सकेगा, जब एसएलडीसी से बिजली पूरी तरह से मिलने लगेगी.
24 घंटे में मात्र 10 से 12 घंटे ही बिजली हो रही उपलब्ध: स्थानीय लोगों ने बताया कि 24 घंटे में मात्र 10 से 12 घंटे ही बिजली उपलब्ध हो रही है. जितनी बिजली मिलनी चाहिए उतनी नहीं मिल रही है. इसका नुकसान उद्योग-व्यवसाय करने वाले को उठाना पड़ रहा है. बिजली की समस्या शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों का भी बुरा हाल कर रही है. ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति काफी कम होती है, नतीजन ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. स्थानीयों के अनुसार जामताड़ा में कुल 45 मेगावाट बिजली की जरूरत है.