जामताड़ा: संथाल परगना के प्रसिद्ध शराब कारोबारी सह व्यापारी योगेंद्र तिवारी के मिहिजाम स्थित विभिन्न ठिकानों पर ईडी ने की करीब 12 घंटे तक छापेमारी की. ईडी की टीम बुधवार की सुबह लगभग 6:00 बजे मिहिजाम पहुंची थी. ईडी टीम के सभी सदस्य कई गाड़ियों से योगेंद्र तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी करने पहुंची थी. छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने 12 घंटे तक ना तो किसी को योगेंद्र तिवारी के प्रतिष्ठानों और घर से निकले दिया और ना ही प्रवेश करने दिया. काफी पूछताछ के बाद ही किसी को अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाती थी.
छापेमारी में ईडी को मिले कई अहम दस्तावेजः ईडी की टीम ने शराब कारोबारी के विभिन्न ठिकानों पर पहुंचकर घंटों तक तलाशी ली और दस्तावेजों को खंगाला. हालांकि इस दौरान ईडी के हाथ क्या लगा है इसकी अब तक जानकारी नहीं मिल पायी है और ना ही ईडी की टीम ने इस संबंध में आधिकारिक रूप से कुछ बताया है, लेकिन सूत्रों की माने तो 12 घंटे की कार्रवाई में ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं. फिलहाल समाचार लिखे जाने तक ईडी की टीम मिहिजाम में थी और छापामारी जारी थी.
आयकर विभाग ने भी योगेंद्र तिवारी के प्रतिष्ठानों का किया था सर्वेः बताते चलें कि 21 मार्च 2023 को आयकर विभाग की टीम शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी की कंपनी में सर्वे करने पहुंची थी. आयकर विभाग की टीम ने भी योगेंद्र तिवारी पर अघोषित आमदनी का आरोप प्रमाणित किया था. इसके बाद आयकर विभाग ने समन जारी कर योगेंद्र तिवारी को 27 मार्च 2023 को पूछताछ के लिए हाजिर होने का आदेश दिया था. आयकर विभाग ने 21 मार्च की दोपहर में शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के ठिकानों पर सर्वे शुरू किया था. आयकर विभाग की टीम ने कारोबारी भवानी फेरस प्राइवेट लिमिटेड को भी जांच के दायरे में लिया था. सर्वे के दौरान मिले दस्तावेज के आधार पर शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी की कंपनी के निदेशक संतोष मंडल ने 15 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति अर्जित करने की बात स्वीकार की थी.