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जामताड़ा में दशाय नृत्य प्रतियोगिता, आदिवासी समाज ने की हिस्सेदारी - Jharkhand news

संथाल में नवरात्रि की शुरुआत से दशहरा तक आदिवासी समाज दशाय पर्व मनाता (Dashay festival santhal) है. इसमें आदिवासी दशाय नृत्य करते हैं. इस नृत्य के संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करने को आजसू ने दशाय नृत्य प्रतियोगिता (Dashay Dance Competition in Jamtara) आयोजित की.

Dashay Dance Competition in Jamtara
जामताड़ा में दशाय नृत्य प्रतियोगिता
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Published : Oct 2, 2022, 9:55 PM IST

जामताड़ा: दशहरा के उपलक्ष्य में आजसू ने आदिवासी समाज के लिए दशाय नृत्य प्रतियोगिता (Dashay Dance Competition in Jamtara) का आयोजन किया. इसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने भागीदारी की. बाद में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. यह पर्व संथाल में उत्साह के साथ आदिवासी समाज मनाता है(Dashay festival santhal).


ये भी पढ़ें-कोडरमा के ग्रामीण इलाकों में भी डांडिया की धूम, गुजराती गानों पर जमकर कर थिरक रहीं महिलाएं

झारखंड में दुर्गा पूजा उत्सव के दसवें दिन तक हर्षोल्लास का माहौल रहता है. इस दशहरा और दुर्गा पूजा उत्सव के साथ ही आदिवासी समाज दशाय पर्व मनाता है. इसमें आदिवासी समाज दशाय नृत्य करता है. आदिवासी समाज की संस्कृति के संरक्षण और प्रचार के उद्देश्य से आजसू पार्टी के बैनर तले जामताड़ा में दशाय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें आदिवासी समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपने पारंपरिक वेशभूषा में ढोल झाल के साथ नृत्य किया.

देखें पूरी खबर
बाद में दशाय नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाले आदिवासी समाज के लोगों को उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरस्कृत किया गया. आजसू पार्टी के संथाल परगना प्रभारी और इस नृत्य प्रतियोगिता के आयोजक तरुण गुप्ता ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन का मकसद आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है. आजसू नेता तरुण गुप्ता ने बताया कि खासकर संथाल परगना में दशहरा के मौके पर आदिवासी समाज दशाय नृत्य पेश कर मां भगवती की आराधना करता है. इसी कड़ी में यह प्रतियोगिता कराई गई ताकि लोगों को नृत्य की जानकारी मिले.

जामताड़ा: दशहरा के उपलक्ष्य में आजसू ने आदिवासी समाज के लिए दशाय नृत्य प्रतियोगिता (Dashay Dance Competition in Jamtara) का आयोजन किया. इसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने भागीदारी की. बाद में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. यह पर्व संथाल में उत्साह के साथ आदिवासी समाज मनाता है(Dashay festival santhal).


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बाद में दशाय नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने वाले आदिवासी समाज के लोगों को उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरस्कृत किया गया. आजसू पार्टी के संथाल परगना प्रभारी और इस नृत्य प्रतियोगिता के आयोजक तरुण गुप्ता ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन का मकसद आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है. आजसू नेता तरुण गुप्ता ने बताया कि खासकर संथाल परगना में दशहरा के मौके पर आदिवासी समाज दशाय नृत्य पेश कर मां भगवती की आराधना करता है. इसी कड़ी में यह प्रतियोगिता कराई गई ताकि लोगों को नृत्य की जानकारी मिले.
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