जामताड़ाः पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित मिहिजाम थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध लॉटरी के कारोबार का जामताड़ा पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मिहिजाम में एक बंद होटल में छापेमारी कर नकली लॉटरी टिकट के कारोबार में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही पुलिस ने मौके से लॉटरी छापने की मशीन, 12 पीस प्रिंटर, आठ लैपटॉप और 13 बोरा नकली लॉटरी टिकट बरामद किया है.
गिरफ्तार आरोपियों में ये हैं शामिलः गिरफ्तार आरोपियों में कुणाल मंडल, विशाल मंडल, शिबू गोप, हेमा मलिक, आदित्य मलिक, अनंत मलिक और आस्तिक अधिकारी शामिल है. गिरफ्तार आरोपियों में दो जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के निवासी है, जबकि पांच आरोपी धनबाद के निरसा के रहने वाले हैं. गिरफ्तार आरोपित नकली लॉटरी टिकट छापकर पश्चिम बंगाल और झारखंड के विभिन्न इलाकों में लॉटरी बिक्री करते थे और लोगों को ठगते थे. जिससे आरोपियों को लाखों की आमदनी होती थी.
पश्चिम बंगाल पुलिस की सूचना पर हरकत आई जामताड़ा पुलिसः इस संंबंध में जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी ने बताया कि अवैध लॉटरी का कारोबार काफी दिनों से चल रहा था. पश्चिम बंगाल के कई लोग ठगी का शिकार हुए थे. इसके बाद पश्चिम बंगाल की पुलिस ने जामताड़ा पुलिस को सूचना दी कि महिजाम के इलाके में नकली लॉटरी का कारोबार हो रहा है. पश्चिम बंगाल पुलिस की सूचना पर जामताड़ा पुलिस हरकत में आई और छापेमारी कर आरोपियों को धर दबोचा.
पश्चिम बंगाल, नागालैंड और आंध्र प्रदेश के नाम से छापी जाती थी नकली लॉटरी टिकटः एसपी ने बताया कि नकली लॉटरी टिकट पर पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और नागालैंड लिखा है. एसपी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है. जिसके आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है. आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
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