जामताड़ा: जिले में धड़ल्ले से कोयले की चोरी कर तस्करी की जा रही है. एसपी माइंस चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक डंपर से कोयले की ढुलाई होती है. इस दौरान रास्ते में बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी कर तस्करी का धंधा किया जा रहा है. जानकारी होने के बावजूद प्रबंधक और स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बने हुए हैं.
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चितरा कोलियरी का रेलवे साइडिंग जामताड़ा में स्थित है. जहां सैकड़ों की संख्या में डंपर से कोयले की ढुलाई होती है. ढुलाई के दौरान चितरा से जामताड़ा तक के रास्ते में बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी की जाती है. जिससे सरकार को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध रूप से चितरा के आसपास डिपो भी चलता है. जिससे कोयले की तस्करी की जाती है.
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अधिकतर डंपर की जांच नहीं की जाती. वहीं ओवरलोड कोयले की ढुलाई भी होती है. जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. लेकिन जिला परिवहन विभाग ने भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है. इस बारे में जब जिला के उपायुक्त से पूछा गया तो उन्होंने परिवहन पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश देने की बात कही.
जिला रास्ता होने का चोर उठाते हैं फायदा
मामले में ईसीएल चितरा कोलियरी के प्रबंधक ने बताया कि जामताड़ा और देवघर जिला रास्ता होने के कारण चोर इसका फायदा उठाते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों जिलों के उपायुक्त को आवश्यक कार्रवाई हेतु लिखा गया है, ताकि संयुक्त रूप से इस पर कार्रवाई की जा सके.