ETV Bharat / state

यहां कौड़ी के भाव बिकता है काजू, इसकी खेती के लिए मशहूर है मशहूर

author img

By

Published : Jan 22, 2020, 12:19 PM IST

नाला प्रखंड काजू खेती के लिए जाना जाता है. यहां काजू सब्जी के भाव कौड़ी में बिकता है. बताया जाता है कि हर वर्ष 50 से 60 क्विंटल काजू का उत्पादन होता है, पर कौड़ी के भाव में काजू यहां बिकता है.

Cashew farming in Jamtara, Jamtara district administration, processing plant, जामताड़ा में काजू की खेती, जामताड़ा जिला प्रशासन, प्रोसेसिंग प्लांट
काजू बगान

जामताड़ा: नाला प्रखंड काजू खेती के लिए जाना जाता है. यहां काजू सब्जी के भाव कौड़ी में बिकता है, लेकिन काजू खेती के लिए आज तक प्रोसेसिंग प्लांट नहीं लग पाया. जिससे यहां के किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा है.

देखें पूरी खबर

49 एकड़ में फैला है बगान
जामताड़ा जिले के नाला प्रखंड मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर दूर पहाड़ पर फैला हुआ है. काजू का बागान 49 एकड़ में फैला है. बताया जाता है कि हर वर्ष 50 से 60 क्विंटल काजू का उत्पादन होता है, पर कौड़ी के भाव में काजू यहां बिकता है. आसपास के ग्रामीण सब्जी के भाव में इसे बेचते हैं.

ये भी पढ़ें- फर्जी दस्तावेज बना छात्रों का नामांकन करवाने वाले दो गिरफ्तार, हर स्टूडेंट से लेते थे 20 हजार

उत्पादन में कमी
वहीं, देखरेख के अभाव और सुरक्षा नहीं मिलने के कारण गांव और आसपास के लोग काजू की चोरी कर लेते हैं. उचित देखभाल की व्यवस्था नहीं रहने से उत्पादन कम हो रहा है.

ये भी पढ़ें- गोड्डा विधायक अमित मंडल को दिल्ली में आज मिलेगा आदर्श युवा विधायक सम्मान, उपराष्ट्रपति करेंगे सम्मानित

उपायुक्त ने दिया भरोसा
इस बारे में जिला के उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि सरकार को इस बारे में प्रस्ताव भेजकर मूर्त रूप देने का काम किया जाएगा. ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके.

जामताड़ा: नाला प्रखंड काजू खेती के लिए जाना जाता है. यहां काजू सब्जी के भाव कौड़ी में बिकता है, लेकिन काजू खेती के लिए आज तक प्रोसेसिंग प्लांट नहीं लग पाया. जिससे यहां के किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा है.

देखें पूरी खबर

49 एकड़ में फैला है बगान
जामताड़ा जिले के नाला प्रखंड मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर दूर पहाड़ पर फैला हुआ है. काजू का बागान 49 एकड़ में फैला है. बताया जाता है कि हर वर्ष 50 से 60 क्विंटल काजू का उत्पादन होता है, पर कौड़ी के भाव में काजू यहां बिकता है. आसपास के ग्रामीण सब्जी के भाव में इसे बेचते हैं.

ये भी पढ़ें- फर्जी दस्तावेज बना छात्रों का नामांकन करवाने वाले दो गिरफ्तार, हर स्टूडेंट से लेते थे 20 हजार

उत्पादन में कमी
वहीं, देखरेख के अभाव और सुरक्षा नहीं मिलने के कारण गांव और आसपास के लोग काजू की चोरी कर लेते हैं. उचित देखभाल की व्यवस्था नहीं रहने से उत्पादन कम हो रहा है.

ये भी पढ़ें- गोड्डा विधायक अमित मंडल को दिल्ली में आज मिलेगा आदर्श युवा विधायक सम्मान, उपराष्ट्रपति करेंगे सम्मानित

उपायुक्त ने दिया भरोसा
इस बारे में जिला के उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि सरकार को इस बारे में प्रस्ताव भेजकर मूर्त रूप देने का काम किया जाएगा. ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके.

Intro:जामताङा: जामताड़ा का नाला प्रखंड काजू खेती के लिए जाना जाता है ।जहां काजू सब्जी के भाव कोड़ी में बिकता है ।काजू खेती के लिए आज तक प्रोसेसिंग प्लांट नहीं लग पाया ।जिससे यहां के किसानों का लाभ नहीं मिल पा रहा है ।


Body:जामताड़ा जिले के नाला प्रखंड मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर दूर पहाड़ पर फैला हुआ है काजू का बागान ।49 एकड़ 50 डिसमिल में फैला के काजू के बागान में होती है काजू की खेती। बताया जाता है कि प्रतिवर्ष 50 से 60 क्विंटल काजू का उत्पादन होता है ।पर कौड़ी के भाव में काजू यहां बिकता है ।आसपास के ग्रामीण सब्जी के भाव में बेचते हैं। सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 3 साल के लिए मात्र ₹300000 में काजू बागान को बंदोबस्त में दे दिया जाता है। ठेकेदार द्वारा उचित देखरेख का अभाव और सुरक्षा नहीं मिलने का कारण बताते हैं। ठेकेदार का कहना है कि गांव आसपास के लोग काजू की चोरी कर लेते हैं। सुरक्षा का उचित देखभाल की व्यवस्था नहीं रहने से। उत्पादन कम होता है और पश्चिम बंगाल में ₹100 किलो कच्चा काजू बेचते हैं।

बाईट श्रीकांत दुबे ठेकेदार

V2 काजू बागान और काजू खेती को बढ़ावा देने को लेकर तत्कालीन जिला प्रशासन के अधिकारी उपायुक्त ने कई बार यहां निरीक्षण किए और प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की बात भी की गई। पर आज तक प्रोसेसिंग प्लांट नहीं लग पाया ।प्रोसेसिंग प्लांट नहीं लगने के कारण यहां के किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है ।नतीजा यही काजू पश्चिम बंगाल में जाकर प्रोसेसिंग प्लांट के बाद 1100 से लेकर ₹1300 किलो बाजार में बिकता है ।इस बारे में जब जिला के उपायुक्त से संपर्क कर पूछा गया उपायुक्त द्वारा बताया गया कि सरकार को इस बारे में प्रस्ताव भेजकर मूर्त रूप देने का काम किया जाएगा। ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके।

बाईट गणेश कुमार उपायुक्त जामताड़ा


Conclusion:जामताड़ा में काजू की खेती की अपार संभावनाएं है ।काजू की खेती से रोजगार और अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है। बल्कि सरकार को भी राजस्व प्राप्त हो सकता है। जरूरत है सरकार को इस दिशा में पहल करने की।
संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.