जामताडा: आजसू पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सिदो-कान्हू की जयंती जिले में मंगलवार (11 अप्रैल ) को मनाई. इस दौरान पार्टी के केंद्रीय सचिव तरुण कुमार गुप्ता ने सिदो-कान्हू के चित्र पर पुष्प सुमन अर्पित किए. अंग्रेजों के खिलाफ हूल करने वाले सिदो-कान्हू को आजसू नेताओं ने श्रद्धांजलि दी. साथ ही झारखंड से भ्रष्टाचार, अपराध को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया.
हूल क्रांति के जननायक सिदो-कान्हू: आदिवासी समाज में भगवान माने जाने वाले सिदो-कान्हू हूल क्रांति के जननायक थे. अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने वाले क्रांतिकारी योद्धा सिदो-कान्हू की जयंती जामताड़ा में धूमधाम के साथ मनाई गई. सिदो-कान्हू के प्रतिमा और उनके प्रतिमा पर आजसू पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुष्प माला अर्पित कर, श्रद्धा सुमन अर्पित की.
भ्रष्टाचार के खिलाफ हूल का संकल्प: सिदो-कान्हू की जंयती के मौके पर आजसू पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया. झारखंड में माफिया, कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार के खिलाफ हुल करने का संकल्प लिया. आजसू पार्टी के समर्थकों ने बताया कि जिस तरह से सिदो-कान्हू ने अपनी संस्कृति भाषा जल जंगल जमीन की रक्षा को लेकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, आज फिर से एक बार झारखंड सरकार के खिलाफ हूल करने की जरूरत है.
जयंती से ज्यादा चर्चित हूल दिवस: सिदो-कान्हू का जन्म 11 अप्रैल को संथाल परगना के भोगनाडीह में हुआ था. सिदो-कान्हू ने अंग्रेजों के खिलाफ हूल किया था. जिसे 30 जून को हूल दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन संथाल के शहीदों की याद में मनाया जाता है. झारखंड में हूल दिवस तो काफी धूमधाम से मनाया जाता हैं. ऐसे हूल दिवस की अपेक्षा में सिदो-कान्हू की जंयती कम चर्चा में रहती है. आजसू पार्टी ने अपने समर्थकों के साथ जामताड़ा में बहुत ही उत्साह के साथ सिदो-कान्हू की जयंती मंगलवार को मनाई. और उन्हें याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित की.