हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलसचिव बंशीधर रुखैयार, जिला परिषद सदस्य टुकेश्वर प्रसाद, कर्णपुरा कॉलेज के 8 प्रोफेसर सहित 20 कर्मचारियों के खिलाफ बड़कागांव थाने में मामला दर्ज किया गया है. सभी पर फर्जीवाड़ा, सरकारी पैसे के गबन, जाली कागजात तैयार करने सहित कई अन्य आरोप हैं.
प्रोफेसर और कर्मचारियों पर वित्तीय अनियमितता का आरोप
दरअसल, अधिवक्ता अनिरुद्ध कुमार ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी और उसी आधार पर थाने में मामला दर्ज किया गया है. आरोप है कि वर्ष 1988 में फर्जी कागजात का इस्तेमाल कर कनपुरा महाविद्यालय की रांची विश्वविद्यालय में अस्थाई संबद्धता ली गई है. वर्तमान में कर्णपुरा महाविद्यालय विनोबा भावे विश्वविद्यालय के अंतर्गत आता है. आरोप है कि यहां भारी वित्तीय अनियमितता हुई है और प्रबंधन ने कोई एक्शन नहीं लिया. कुलपति मुकुल देव नारायण ने बताया कि यह मामला सीधे तौर पर हमसे नहीं जुड़ा है और इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं.
अनिश्चितकालीन धरने पर आजसू छात्र संघ सदस्य
वित्तीय अनियमितता को लेकर आजसू छात्र संघ सदस्य विश्वविद्यालय परिसर के अंदर ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. छात्रों का कहना है कि नियम को ताक पर रखकर विश्वविद्यालय को चलाया जा रहा है. कॉलेज में वित्तीय अनियमितता हुई है. एक ही प्रोफेसर को इंटर और ग्रेजुएशन दोनों का वेतन दिया जा रहा है. बिना अहर्ता प्राप्त किए प्रोफेसर की नियुक्ति हुई है. इस मामले की अब जांच होनी चाहिए ताकि वित्तीय अनियमितता का खुलासा हो सके और जो आरोपी है उस पर कार्रवाई भी हो सके.