हजारीबाग: जिले के चूचू थाना प्रभारी और एक सिपाही के साथ बोदरा गांव में अभद्र व्यवहार और बंधक बनाने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार जमीन विवाद के मामले की तहकीकात करने के लिए थाना प्रभारी और सिपाही बोदरा गांव गए थे, जहां ग्रामीणों ने घंटों तक दोनों को बंधक बनाकर रखा उसके बाद उन्हें छोड़ा गया.
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बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी इंद्रदेव राजवार गुरुवार बोदरा गांव के तुलसी यादव और इंद्र यादव के जमीन विवाद की जांच करने के लिए गए थे. तुलसी यादव ने चुरचू थाना में इस संबंध में आवेदन दिया था. दोनों पक्षों में विवाद ना हो इसकी जांच पड़ताल करने के लिए थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे थे. जब थाना प्रभारी गांव पहुंचे तो वहां पहले से बैठक चल रही थी. इसी दौरान कुछ गांव के लोगों ने उन पर आरोप लगाया कि एक तरफा मदद कि जा रही है, जिसके बाद ग्रामीण ने दोनों को बंधक बना लिया. घटना को अंजाम देने में लगभग डेढ़ सौ ग्रामीणों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. यह भी सूचना है कि पुलिस के साथ कुछ लोगों ने मारपीट भी की है और जो पुलिसकर्मी वीडियो बना रहा था, उसका मोबाइल भी तोड़ दिया गया है.
आरोपियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
मामले की जानकारी मिलते ही बिष्णुगढ़ के एसडीपीओ अनूप उरांव घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लिया. इस मामले की तफ्तीश की जा रही है. एसडीपीओ ने कहा कि जिन्होंने कानून तोड़ा है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, घटना के पीछे के कारणों की भी जांच की जा रही है. घटना में जिन लोगों कि संलिप्तता है उसपर एफआईआर दर्ज करने की बात कही जा रही है. फिलहाल गांव में सन्नाटा पसरा है.