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हजारीबाग: नर्सिंग होम में हंगामा किया तो खैर नहीं, दो नोडल ऑफिसर नियुक्त

हजारीबाग के नर्सिंग होम में तोड़फोड़ और हंगामा करने वालों की अब खैर नहीं होगी. इसे लेकर जिले के दो डीएसपी को नर्सिंग होम की सुरक्षा के लिए नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है.

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Published : Aug 10, 2019, 9:18 AM IST

Updated : Aug 10, 2019, 3:04 PM IST

हजारीबाग नर्सिंग होम

हजारीबाग: इलाज के दौरान अनहोनी होने के बाद अगर परिजन हजारीबाग के नर्सिंग होम में तोड़फोड़ और हंगामा करते हैं तो अब उनकी खैर नहीं है. इस मामले में हजारीबाग पुलिस ने डॉक्टर और नर्सिंग होम को सुरक्षा देने के लिए फुलप्रूफ योजना बना ली है, साथ ही दो नोडल ऑफिसर भी नियुक्त किया है.

हजारीबाग के दो डीएसपी को अब डॉक्टर और नर्सिंग होम को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नोडल ऑफिसर बनाया गया है. इसकी जिम्मेदारी हजारीबाग हेडक्वार्टर डीएसपी विवेकानंद ठाकुर और अनीता लकड़ा को दी गई है. इसे लेकर हजारीबाग डीएसपी ने ऑफिस में आईएमएम के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.

देखें पूरी खबर

बैठक के बाद अधिकारियों ने अपना मोबाइल नंबर, कार्यालय का नंबर और हजारीबाग पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर आईएमए के अधिकारियों को दिया, ताकि हजारीबाग में चल रहे सारे नर्सिंग होम और अस्पताल को नंबर मुहैया कराया जा सके. अगर अनहोनी होने के बाद मरीज के परिजन हजारीबाग के नर्सिंग होम में हंगामा करते हैं तो डॉक्टर तत्काल अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें-रांची के अनाथ आश्रम से तीन किशोर फरार, तलाश में जुटी पुलिस

हजारीबाग हेड क्वार्टर के डीएसपी विवेकानंद ठाकुर ने कहा कि अगर मरीज विकट परिस्थिति में भी डॉक्टर या नर्सिंग होम में हंगामा करते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, हजारीबाग आईएमए के अध्यक्ष डा. रजत चक्रवर्ती ने कहा कि अब शांति और भय के वातावरण से मुक्त होकर डॉक्टर सेवा दे सकेंगे. हाल के दिनों में जिस तरह से हजारीबाग के नर्सिंग होम में हंगामा और तोड़फोड़ किया गया है, निसंदेह पुलिस के इस कदम से डॉक्टर और नर्सिंग होम के संचालकों को राहत मिलेगी.

हजारीबाग: इलाज के दौरान अनहोनी होने के बाद अगर परिजन हजारीबाग के नर्सिंग होम में तोड़फोड़ और हंगामा करते हैं तो अब उनकी खैर नहीं है. इस मामले में हजारीबाग पुलिस ने डॉक्टर और नर्सिंग होम को सुरक्षा देने के लिए फुलप्रूफ योजना बना ली है, साथ ही दो नोडल ऑफिसर भी नियुक्त किया है.

हजारीबाग के दो डीएसपी को अब डॉक्टर और नर्सिंग होम को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नोडल ऑफिसर बनाया गया है. इसकी जिम्मेदारी हजारीबाग हेडक्वार्टर डीएसपी विवेकानंद ठाकुर और अनीता लकड़ा को दी गई है. इसे लेकर हजारीबाग डीएसपी ने ऑफिस में आईएमएम के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.

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बैठक के बाद अधिकारियों ने अपना मोबाइल नंबर, कार्यालय का नंबर और हजारीबाग पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर आईएमए के अधिकारियों को दिया, ताकि हजारीबाग में चल रहे सारे नर्सिंग होम और अस्पताल को नंबर मुहैया कराया जा सके. अगर अनहोनी होने के बाद मरीज के परिजन हजारीबाग के नर्सिंग होम में हंगामा करते हैं तो डॉक्टर तत्काल अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं.

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हजारीबाग हेड क्वार्टर के डीएसपी विवेकानंद ठाकुर ने कहा कि अगर मरीज विकट परिस्थिति में भी डॉक्टर या नर्सिंग होम में हंगामा करते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, हजारीबाग आईएमए के अध्यक्ष डा. रजत चक्रवर्ती ने कहा कि अब शांति और भय के वातावरण से मुक्त होकर डॉक्टर सेवा दे सकेंगे. हाल के दिनों में जिस तरह से हजारीबाग के नर्सिंग होम में हंगामा और तोड़फोड़ किया गया है, निसंदेह पुलिस के इस कदम से डॉक्टर और नर्सिंग होम के संचालकों को राहत मिलेगी.

Intro:इलाज के दौरान अगर कोई अनहोनी हो जाए या फिर परिजन नर्सिंग होम में तोड़फोड़ और हंगामा करे तो अब उनकी खैर नहीं है। इस बाबत हजारीबाग पुलिस ने डॉक्टर और नर्सिंग होम को सुरक्षा देने के लिए फुलप्रूफ योजना बना लिया है। साथ ही साथ दो नोडल ऑफिसर भी नियुक्त किया गया है।


Body:हजारीबाग के दो डीएसपी अब डॉक्टर और नरसिंह होम को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नोडल ऑफिसर बनाए गए हैं। हजारीबाग हेडक्वार्टर डीएसपी विवेकानंद ठाकुर और अनीता लकडा को इसकी जिम्मेवारी दी गई है। हजारीबाग डीएसपी ऑफिस में आईएमएम के पदाधिकारियों के साथ बैठक किया गया। बैठक करने के बाद अधिकारियों ने अपना मोबाइल नंबर और कार्यालय का नंबर आईएमए के अधिकारियों को दिया है। साथ ही उन्हें पुलिस कंट्रोल रूम नंबर मुहैया कराया गया है। ताकि हजारीबाग में चल रहे सारे नर्सिंग होम और अस्पताल को नंबर मुहैया कराया जा सके। अगर कोई मरीज हंगामा करता है तो डॉक्टर तत्काल स्वयं उनसे समपर्क कर सकते हैं। हजारीबाग हेड क्वार्टर डीएसपी विवेकानंद ठाकुर ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर मरीज विकट परिस्थिति में भी डॉक्टर या नर्सिंग होम में हंगामा करते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी तो दूसरी ओर हजारीबाग आईएमए के अध्यक्ष डा. रजत चक्रवर्ती ने भी कहा कि अब शांति और भय के वातावरण से मुक्त होकर डॉक्टर सेवा दे सकेंगे।

byte.... विवेकानंद ठाकुर डीएसपी हजारीबाग
byte.... डा.रजत चक्रवर्ती, अध्यक्ष आईएमए हजारीबाग



Conclusion:हाल के दिनों में जिस तरह हजारीबाग में कई नर्सिंग होम में हंगामा और तोड़फोड़ किया गया है। निसंदेह पुलिस के यह कदम से डॉक्टर और नर्सिंग होम संचालकों को राहत मिलेगी।
Last Updated : Aug 10, 2019, 3:04 PM IST
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