नई दिल्ली: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी शुरू होने में बस कुछ ही दिन बचे हैं और इस सीरीज को लेकर काफी चर्चा है. ऑस्ट्रेलिया में खेलते समय विदेशी बल्लेबाज आमतौर पर तेज गेंदबाजी के लिए तैयारी करते हैं. ऑस्ट्रेलिया में यह आम बात है कि गेंद बल्लेबाज की छाती के पास से उड़ती हुई और बल्लेबाज के दस्तानों से लगती हुई विकेटकीपर के पास चली जाती है.
तेज गेंदबाजों की वजह स्पिनर होंगे घातक
ऑस्ट्रेलिया में जब टीमें तैयारी करती हैं तो शॉर्ट-पिच थ्रोडाउन आम बात है. बल्लेबाज तेज गति से फुल-लेंथ गेंदों के लिए तैयारी करते हैं और पेस यूनिट को ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ा खतरा माना जाता है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में आंकड़े साबित करते हैं कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के शुरुआती टेस्ट में भारत के लिए ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजी यूनिट से भी बड़ा खतरा बन सकते हैं.
भारत जब पर्थ में शुरुआती टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगा, तो नाथन लियोन भारतीय बल्लेबाजों के लिए सबसे कठिन चुनौती बन सकते हैं. पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में लियोन ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों की तुलना में बेहतरीन रहे हैं. ऑप्टस स्टेडियम में नाथन लियोन का रिकॉर्ड शानदार है. उन्होंने 8 पारियों में 18 की औसत और 41.66 की स्ट्राइक रेट के साथ 27 विकेट लिए हैं.
भारत को नाथन लियोन से होगा खतरा
नाथन लियोन इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. लियोन के बाद मिचेल स्टार्क (23), पैट कमिंस (12) और जोश हेजलवुड (11) हैं. इन आंकड़ों से साबित होता है कि इस मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों की तुलना में नाथन लियोन काफी खतरनाक साबित होने वाले हैं.
ऑस्ट्रेलिया में नाथन लियोन का धमाल
जैसे की भारतीय पिचों पर बेहतरीन ऑफ स्पिनर आर अश्विन छाए रहते हैं, वैसे ही लियोन ने ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर अपनी ड्रिफ्ट और गेंद को घुमाने की क्षमता के साथ छाए रहे हैं. लियोन ने 67 टेस्ट मैचों में 30.88 की औसत से 259 विकेट लिए हैं. वे स्पिन के जादूगर शेन वॉर्न और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा के बाद टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. इस प्रकार, लियोन ऑस्ट्रेलिया के लिए एक घातक हथियार साबित हो सकते हैं, क्योंकि उनके आंकड़े मैदान के साथ-साथ उनके देश में भी अच्छे हैं.