हजारीबागः कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने को लेकर सरकार ने सख्त लॉकडाउन लगाया है. इस दौरान शहर में भी सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का पालन कराया जा रहा है. इससे सबसे अधिक परेशानी गरीब, दिहाड़ी मजदूर, मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को झेलनी पड़ रही है. अब इन परेशान लोगों की मदद के लिए युवाओं की टीम सामने आई है, जो लोगों को निःशुल्क भोजन मुहैया करा रही है.
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शहर के यूथ इंटक की टीम जरूरतमंद और बेसहारों को खाना खिलाने में लगी है. लॉकडाउन में इन लोगों को भोजन नहीं मिल रहा है. इतना ही नहीं, इन गरीबों के पास मकान भी नहीं है ना ही कोई देखने वाला है. अब इन लोगों तक युवाओं की टीम पहुंच रही है और भोजन मुहैया करा रही है.
आगे बढ़कर मदद करने की जरूरत
टीम की महिला सदस्य कहती है कि आपदा काल में सक्षम लोगों को आगे आकर मदद करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि उन लोगों ने आपस में पैसे का इंतजाम किया, जिससे जरूरतमंदों को खाना खिला रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बीमार है, तो उन्हें दवा भी दिया जा रहा है. इतना ही नहीं, आवारा जानवरों के लिए भी खाने का इंतजाम कर रखे है.
हजारीबाग के युवा है संवेदनशील
युवाओं की टीम ने बताया कि हजारीबाग के युवा संवेदनशील है. यही वजह है कि अपने पॉकेट मनी से राशन खरीदते है और खाना बनाकर जरूरतमंद लोगों के बीच वितरण करते है.