हजारीबाग: जिले में इन दिनों जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग वैक्सीन की रफ्तार को देखते हुए चिंतित हैं. शहरी क्षेत्र में तो लंबी- लंबी कतार दिख रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में रफ्तार थोड़ी धीमी है. इसे लेकर अब स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की तैयारी कर रही है. स्थानीय जनप्रतिनिधि भी कोशिश कर रहे हैं कि अधिक से अधिक कैंप लगें ताकि वैक्सीन के कार्य को गति दी जा सके.
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संक्रमण से बचने का एकमात्र उपाय टीकाकरण है
झारखंड सरकार ने निःशुल्क टीकाकरण की व्यवस्था पूरे राज्य में की है. शहर में तो लंबी- लंबी कतार दिख रही है. युवा हो या बुर्जुग सभी टीकाकरण केंद्र पहुंच रहे हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर उदासीनता है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी चिंतित है.
उनका भी कहना है कि शहर में तो अच्छी रफ्तार दिख रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की कमी है. ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को बढ़ाने का एकमात्र उपाय समाज के सभी लोगों को आगे बढ़कर लोगों को वैक्सीन के बारे में बताना है क्योंकि संक्रमण से बचने का एकमात्र उपाय टीकाकरण है.
ग्रामीणों में जागरूकता की कमी
वहीं दूसरी ओर गांव के मुखिया भी बताते हैं कि हम लोग ग्रामीणों को जागरूक तो कर रहे हैं लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत यह आती है कि टीका कब लेना है इसे लेकर जानकारी नहीं है. पहली डोज के बाद दूसरी डोज कैसे मिलेगा कहां मिलेगा इसे लेकर समस्या आ रही है.
गांव में कैंप हमेशा नहीं लगता है. जब लगता है तो ग्रामीणों को कोई जानकारी नहीं होती है. उनका यह भी कहना है कि 18 प्लस वाले लोगों को रजिस्ट्रेशन कराने की दिक्कत हो रही है और 45 प्लस वाले को जानकारी नहीं है. भय और भ्रम का वातावरण फैल जाने से ग्रामीण सेंटर में जाने से डरते हैं.
टीकाकरण प्रभारी ने लोगों से की अपील
स्थिति को देखते हुए ईटीवी भारत के जरिए टीकाकरण प्रभारी ने आम लोगों को जागरूक भी किया है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे टीकाकरण केंद्र पहुंचे क्योंकि किसी भी तरह की समस्या टीका लेने के बाद नहीं हो रही है. यह टीका प्राणदायक है.
उनका यह भी कहना है कि अगर गांव में टीका लेने को लेकर समस्या आ रही है तो स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाएं और जानकारी दें. टीका के लिए व्यवस्था भी की जाएगी. हम लोगों का यह दायित्व है कि टीका समय से लें. तभी हमारा समाज संक्रमण से बच सकता है.
हजारीबाग में ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाना बेहद जरूरी है. तभी यह अभियान पूरा हो सकता है. जागरूकता फैलाने में जनप्रतिनिधि, प्रबुद्ध लोग और स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है. ईटीवी भारत भी लोगों से अपील करता है कि टीका अवश्य लें.