बरकट्ठा, हजारीबागः जिले के बरकट्ठा में राष्ट्रीय संथाल आदिवासी समाज संगठन के दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को एशिया के सबसे गर्म कुंड बरकट्ठा के सूर्यकुंड परिसर में हुई. कार्यक्रम में पांच राज्यों से संथाल आदिवासी सूर्यकुंड पहुंचे.
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संथाल आदिवासी समाज के राष्ट्रीय महासचिव रामचंद्र मुर्मू ने कहा कि संथाल आदिवासी पांच राज्यों में ही हैं, हमारा उद्देश्य है धर्म संस्कृति का संरक्षण करना. उन्होंने यह भी कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन में पहले दिन लेखा जोखा और एक वर्ष के समाज के कार्यक्रमों के आयोजन पर चर्चा हुई. दूसरे दिन रविवार को खुला अधिवेशन होगा. साथ ही कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जो कानून लाए गए हैं, उसे सही तरीके से लागू करने पर भी चर्चा की जाएगी. सम्मेलन में प. बंगाल, ओडिशा, झारखंड, असम, छत्तीसगढ़ राज्यों से संथाल आदिवासी शामिल हो रहे हैं.
पांच राज्यों से आदिवासी पहुंचे बरकट्ठा, सूर्यकुंड परिसर में संथाल परंपरा पर कर रहे मंथन - ओडिशा
हजारीबाग जिले के बरकट्ठा में राष्ट्रीय संथाल आदिवासी समाज संगठन के दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को एशिया के सबसे गर्म कुंड, सूर्यकुंड परिसर में हुई. कार्यक्रम में पांच राज्यों से संथाल आदिवासी सूर्यकुण्ड पहुंचे. इस दौरान एक वर्ष के आयोजनों पर चर्चा की गई. संथाल परंपरा पर भी चर्चा की गई. दूसरे दिन रविवार को खुला अधिवेशन होगा.
![पांच राज्यों से आदिवासी पहुंचे बरकट्ठा, सूर्यकुंड परिसर में संथाल परंपरा पर कर रहे मंथन rashtry Santhal adivasi samaj conference held in Barkattha](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-11271518-961-11271518-1617502050516.jpg?imwidth=3840)
बरकट्ठा, हजारीबागः जिले के बरकट्ठा में राष्ट्रीय संथाल आदिवासी समाज संगठन के दो दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को एशिया के सबसे गर्म कुंड बरकट्ठा के सूर्यकुंड परिसर में हुई. कार्यक्रम में पांच राज्यों से संथाल आदिवासी सूर्यकुंड पहुंचे.
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संथाल आदिवासी समाज के राष्ट्रीय महासचिव रामचंद्र मुर्मू ने कहा कि संथाल आदिवासी पांच राज्यों में ही हैं, हमारा उद्देश्य है धर्म संस्कृति का संरक्षण करना. उन्होंने यह भी कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन में पहले दिन लेखा जोखा और एक वर्ष के समाज के कार्यक्रमों के आयोजन पर चर्चा हुई. दूसरे दिन रविवार को खुला अधिवेशन होगा. साथ ही कहा कि आदिवासी समाज के उत्थान के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जो कानून लाए गए हैं, उसे सही तरीके से लागू करने पर भी चर्चा की जाएगी. सम्मेलन में प. बंगाल, ओडिशा, झारखंड, असम, छत्तीसगढ़ राज्यों से संथाल आदिवासी शामिल हो रहे हैं.