हजारीबागः लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करने का अधिकार सभी को है. ऐसे में हम हमेशा किसी न किसी संगठन, व्यक्ति विशेष को विरोध करते हुए देखते भी हैं. लेकिन शायद ही आपने कहीं देखा हो कि विरोध करने वाले ने ही प्रशासन और जिसके खिलाफ विरोध या धरना दिया जा रहा हो उसके डर और भय के कारण सीसीटीवी कैमरा ही धरना स्थल पर लगाया हो. जी हां हजारीबाग में मिनी रतन कंपनी एनटीपीसी के खिलाफ लोग धरना पर हैं. भय के कारण धरना स्थल पर 8 सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल कर दिया गया है.
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धरना विरोध प्रदर्शन लोकतांत्रिक देश की शक्ति मानी जाती है. जहां कानून सम्मत तरीके से कोई भी व्यक्ति विरोध दर्ज कर सकता है और अपनी बातों को रख सकता है. लेकिन हजारीबाग के बानादाग में ग्रामीण और रैयतों ने प्रशासन और कंपनी के भय के कारण धरना स्थल पर 8 सीसीटीवी कैमरा लगाया है. कैमरा कुछ इस प्रकार लगाया गया है कि हर एक व्यक्ति पर नजर रखी जा सके. यही नहीं अगर कोई व्यक्ति धरना स्थल की ओर आता भी है तो उस पर नजर रखी जाती है. धरना देने वाले बता रहे हैं कि हम लोग अपने 30 सूत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन महाधरना में शामिल है. हम लोग बड़े अधिकारी, व्यवसायी, राजनेता और प्रशासन के खिलाफ हैं. ऐसे में हम लोगों को भय रहता है कि यहां कुछ गलत ना हो और हम लोगों पर इसका इल्जाम ना लग जाए. इसे देखते हुए हम लोगों ने सीसीटीवी कैमरा लगाया है. ग्रामीण सह जिला परिषद सदस्य बताती हैं कि ग्रामीणों में भय है कि असामाजिक व्यक्ति धरना स्थल पर कुछ ऐसी घटना न कर दें जिससे हम लोग शर्मसार हो जाए. इसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
दूसरी और जो युवक सीसीटीवी कैमरे की मॉनिटरिंग कर रहे हैं उसने बताया कि मैं इसी गांव का हूं और मैंने कई जगह सीसीटीवी कैमरा लगाया है. लेकिन आज पहली बार कोई धरना में सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग हुई है. दरअसल कोल साइडिंग में कुछ असामाजिक तत्व को रखा गया है. जिन्हें विलेज मोबिलाइजर कहा जाता है. वे यहां किसी भी तरह कि घटना को अंजाम दे सकते हैं. इस कारण यह व्यवस्था की गई है.
ग्रामीणों का भय कहीं ना कहीं इस ओर इशारा कर रहा है कि बानादाग में स्थिति ठीक नहीं है. लेकिन सुरक्षा को लेकर ही सही अब धरना भी हाईटेक होता जा रहा है.