हजारीबाग: जिले के बड़कागांव प्रखंड विकास पदाधिकारी की गिरफ्तारी और कार्रवाई की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. इसे लेकर हजारीबाग समाहरणालय के सामने जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
हजारीबाग के कटकमदागजिला परिषद सदस्य प्रियंका कुमारी ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वे पदाधिकारियों को संरक्षण दे रहे हैं. यही वजह है कि अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. उनका आरोप है कि 1 अक्टूबर को ही मामला प्रकाश में आया था और 11 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश कुमार और उनकी पत्नी आरती देवी पर प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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जिला परिषद ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर प्रखंड विकास पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो उनका आंदोलन चलता रहेगा, साथ ही वे अदालत का सहारा लेंगे. उनका कहना है कि इस मामले में प्रशासन लिपा-पोती कर रही है.
खाना-पानी बंद करने का आरोप
बता दें कि हजारीबाग के बड़कागांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी और उनकी पत्नी पर नाबालिग बच्ची के साथ मारपीट और प्रताड़ना का आरोप लगा है. 200 रुपये चोरी के आरोप में उसके बदन को आयरन से जला देने, हमेशा उसके साथ मारपीट करने और खाना-पानी बंद कर देने का आरोप पीड़िता ने लागाया है. पीड़िता 9 दिनों तक सदर अस्पताल में इलाज करा कर अपने रिश्तेदार के घर में रह रही है. वहीं, मामले में चिकित्सकों ने भी अपनी जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दिया है.