ETV Bharat / state

विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सिंडिकेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व नहीं, कुलपति पर लगाया आरोप

विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सिंडिकेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व नहीं है. इससे छात्र नेता नाराज हैं और कुलपति पर आरोप लगा रहे हैं. छात्र नेता कहते हैं कि छात्र हित का हनन हो रहा है.

Vinoba Bhave University in Hazaribag
विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सिंडिकेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व नहीं
author img

By

Published : Mar 16, 2022, 6:49 PM IST

हजारीबागः विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सिंडिकेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व नहीं है. इससे विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. झारखंड छात्र मोर्चा के अध्यक्ष चंदन सिंह ने कहा कि सिंडिकेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व नहीं होने की वजह कुलपति हैं.

यह भी पढ़ेंःविनोवा भावे विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी, अधर में लटका बीएड छात्रों का भविष्य

विनोब भावे विश्वविद्यालय में झारखंड छात्र मोर्चा के अध्यक्ष चंदन सिंह ने कहा कि सिंडिकेट में छात्रों का नहीं होना दुखद है. इससे छात्र हितों का हनन हो रहा है. उन्होंने कहा कि सिंडिकेट में मौजूद सदस्य कुलपति को खुश करने के लिए कोटा प्रारम्भ कर दिया. दीक्षांत समारोह में भी छात्र नेताओं को कार्यक्रम से दूर रखा गया. उन्होंने कुलपति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सिंडिकेट में शिक्षकों का चुनाव को नहीं करवा रहे हैं. वहीं कुलपति अपने करीबियों का सेवा विस्तार कर रहे हैं. बिना सिंडिकेट से पारित किए कमिटी बनाई जा रही है.

क्या कहते हैं छात्र नेता


सिंडिकेट में पदेन पदाधिकारी सभी विश्वविद्यालय के शिक्षक हैं और सभी कुलपति के अधीनस्थ कार्य करते हैं. इसलिए कुलपति के लिए किसी भी निर्णय का विरोध नहीं होता है. विरोध करने वाले शिक्षक, पदाधिकारी या प्राचार्य का कुलपति स्थानांतरण कर देते हैं या उनपर कार्रवाई करते हैं. इस स्थिति से बचने के लिए शिक्षक या प्राचार्य विरोध नहीं करते हैं.

हजारीबागः विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सिंडिकेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व नहीं है. इससे विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. झारखंड छात्र मोर्चा के अध्यक्ष चंदन सिंह ने कहा कि सिंडिकेट में छात्रों का प्रतिनिधित्व नहीं होने की वजह कुलपति हैं.

यह भी पढ़ेंःविनोवा भावे विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी, अधर में लटका बीएड छात्रों का भविष्य

विनोब भावे विश्वविद्यालय में झारखंड छात्र मोर्चा के अध्यक्ष चंदन सिंह ने कहा कि सिंडिकेट में छात्रों का नहीं होना दुखद है. इससे छात्र हितों का हनन हो रहा है. उन्होंने कहा कि सिंडिकेट में मौजूद सदस्य कुलपति को खुश करने के लिए कोटा प्रारम्भ कर दिया. दीक्षांत समारोह में भी छात्र नेताओं को कार्यक्रम से दूर रखा गया. उन्होंने कुलपति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सिंडिकेट में शिक्षकों का चुनाव को नहीं करवा रहे हैं. वहीं कुलपति अपने करीबियों का सेवा विस्तार कर रहे हैं. बिना सिंडिकेट से पारित किए कमिटी बनाई जा रही है.

क्या कहते हैं छात्र नेता


सिंडिकेट में पदेन पदाधिकारी सभी विश्वविद्यालय के शिक्षक हैं और सभी कुलपति के अधीनस्थ कार्य करते हैं. इसलिए कुलपति के लिए किसी भी निर्णय का विरोध नहीं होता है. विरोध करने वाले शिक्षक, पदाधिकारी या प्राचार्य का कुलपति स्थानांतरण कर देते हैं या उनपर कार्रवाई करते हैं. इस स्थिति से बचने के लिए शिक्षक या प्राचार्य विरोध नहीं करते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.