हजारीबाग: सूबे में धान क्रय केंद्र नहीं खुलने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी नहीं होने से किसान औने-पौने दामों पर धान बेचने को मजबूर हो गए हैं.
किसानों पर हावी हो रहे बिचौलिए
धान की खरीद-बिक्री सरकार की ओर से अब तक शुरू नहीं किया गया है. ऐसे में अब बिचौलिए हावी होते जा रहे हैं और किसान आर्थिक रूप से शोषण के शिकार हो रहे हैं. किसानों को अब धान बेचने की जरूरत है, लेकिन समय से सरकारी स्तर पर धान की खरीदारी नहीं हो पा रही है. ऐसे में किसानों को बिचौलियों के हाथों औने-पौने दाम पर धान बेचना मजबूरी होता जा रहा है.
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धान खरीदारी की शुरुआत कब
इसे लेकर अब निवेदन समिति के सभापति उमाशंकर अकेला ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे जल्द पैक्स के जरिए धान खरीदना शुरू करें, नहीं तो कलंक का टीका उनके ऊपर लग जाएगा. उनका कहना है कि अभी बहुत देर नहीं हुई है, लेकिन अब तेजी से धान क्रय करने की जरूरत है. उनका यह भी कहना है कि हमने अपने विधानसभा क्षेत्र बरही में पैक्स के जरिए धान खरीदारी की शुरुआत कर दी है. जरूरत है पूरे राज्य में जल्द धान की खरीदारी हो. अब देखने वाली बात होगी कि पैक्स के जरिए किसान कब धान बेच पाते हैं और सरकार कब इस मामले में सक्रियता दिखाती है.