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हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में एक हफ्ते में पढ़ाई की मिल सकती है इजाजत: स्वास्थ्य मंत्री

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने हजारीबाग में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कुछ कमी पाई गई. इस कारण एमसीआई ने इस कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई शुरू करने की इजाजत नहीं दी है.

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Published : Jul 15, 2019, 7:33 PM IST

हजारीबाग मेडिकल कॉलेज

हजारीबाग: निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की मान्यता को लेकर एमसीआई ने बड़ी अड़चन लगा दी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने इसके निरीक्षण में कुछ कमी पाई है. निरीक्षण के बाद काउंसिल ने सरकार को पढ़ाई शुरू करने की इजाजत नहीं दी है. इसे लेकर सरकारी खेमे में खलबली मची हुई है. अब स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली रुख कर रहे हैं. यहां तक कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका तक दाखिल कर दिया है.

देखें पूरी खबर

व्यवस्था को देखकर नहीं मिली सुविधा
झारखंड में 3 नए मेडिकल कॉलेज के भवन का उद्घाटन कर दिया गया है, लेकिन इसमें पढ़ाई अभी तक शुरू नहीं हुई है. खासकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधा को देखकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने इसे मान्यता नहीं दी है. इस बात की जानकारी हजारीबाग में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन करने आए स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने दी है.

सुप्रीम कोर्ट में भी दायर की गई है याचिका
मंत्री ने बताया कि एमसीआई ने जांच में कुछ कमी पाई थी, उसी के मद्देनजर पढ़ाई शुरू करने की इजाजत नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि वे 16 जुलाई को दिल्ली जाने वाले हैं. इसी दौरान वे मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्यों से बात करेंगे. इसे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है और कोर्ट से यह प्रार्थना किया गया है कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरु कराने की इजाजत दी जाए, साथ ही 6 महीने का समय भी मांगा गया है ताकि उसमें जो कमी है उसे पूरा कर लिया जाए.

ये भी पढे़ं-हजारीबाग में मानवता हुई शर्मसार, महिला को अर्द्धनग्न कर की मारपीट

एक सप्ताह के अंदर मिल जाएगी पढ़ाई कराने की इजाजत
स्वास्थ्य मंत्री ने उम्मीद जताई है कि आने वाले एक सप्ताह के अंदर उन्हें मेडिकल की पढ़ाई कराने की इजाजत मिल जाएगी. अगर ऐसा नहीं होता है तो अगले साल से यहां पढ़ाई शुरू होगी. बता दें कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के भवन का उद्घाटन आनन-फानन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हजारीबाग से ही ऑनलाइन कराया गया था. इसी दिन दो अन्य मेडिकल कॉलेज का भी उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था, लेकिन हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अब तक अपने अस्तित्व में नहीं आई है. अब देखने वाली बात होगी कोर्ट झारखंड सरकार को कितना राहत देती है.

हजारीबाग: निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की मान्यता को लेकर एमसीआई ने बड़ी अड़चन लगा दी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने इसके निरीक्षण में कुछ कमी पाई है. निरीक्षण के बाद काउंसिल ने सरकार को पढ़ाई शुरू करने की इजाजत नहीं दी है. इसे लेकर सरकारी खेमे में खलबली मची हुई है. अब स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली रुख कर रहे हैं. यहां तक कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका तक दाखिल कर दिया है.

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व्यवस्था को देखकर नहीं मिली सुविधा
झारखंड में 3 नए मेडिकल कॉलेज के भवन का उद्घाटन कर दिया गया है, लेकिन इसमें पढ़ाई अभी तक शुरू नहीं हुई है. खासकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधा को देखकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने इसे मान्यता नहीं दी है. इस बात की जानकारी हजारीबाग में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन करने आए स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने दी है.

सुप्रीम कोर्ट में भी दायर की गई है याचिका
मंत्री ने बताया कि एमसीआई ने जांच में कुछ कमी पाई थी, उसी के मद्देनजर पढ़ाई शुरू करने की इजाजत नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि वे 16 जुलाई को दिल्ली जाने वाले हैं. इसी दौरान वे मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्यों से बात करेंगे. इसे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है और कोर्ट से यह प्रार्थना किया गया है कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरु कराने की इजाजत दी जाए, साथ ही 6 महीने का समय भी मांगा गया है ताकि उसमें जो कमी है उसे पूरा कर लिया जाए.

ये भी पढे़ं-हजारीबाग में मानवता हुई शर्मसार, महिला को अर्द्धनग्न कर की मारपीट

एक सप्ताह के अंदर मिल जाएगी पढ़ाई कराने की इजाजत
स्वास्थ्य मंत्री ने उम्मीद जताई है कि आने वाले एक सप्ताह के अंदर उन्हें मेडिकल की पढ़ाई कराने की इजाजत मिल जाएगी. अगर ऐसा नहीं होता है तो अगले साल से यहां पढ़ाई शुरू होगी. बता दें कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के भवन का उद्घाटन आनन-फानन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हजारीबाग से ही ऑनलाइन कराया गया था. इसी दिन दो अन्य मेडिकल कॉलेज का भी उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था, लेकिन हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अब तक अपने अस्तित्व में नहीं आई है. अब देखने वाली बात होगी कोर्ट झारखंड सरकार को कितना राहत देती है.

Intro:हजारीबाग निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के मान्यता को लेकर बड़ी अड़चन एमसीआई ने लगा दिया है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने कुछ कमी पाई है। अपने निरीक्षण के बाद काउंसिल ने सरकार को पढ़ाई शुरू करने की इजाजत नहीं दी है। इसे लेकर सरकारी खेमे में खलबली मची हुई है। अब स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली रुख कर रहे हैं। यहां तक कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका तक दाखिल कर दिया है।


Body:झारखंड में 3 नए मेडिकल कॉलेज के भवन का उद्घाटन तो कर दिया गया लेकिन पढ़ाई अभी शुरू नहीं हुई है। खासकर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के इंफ्रा और सुविधा को देखकर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने इसे मान्यता नहीं दिया है ।इस बात की जानकारी हजारीबाग में एक निजी अस्पताल के उद्घाटन करने आए स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने दिया है ।उन्होंने बताया कि कुछ कमी एमसीआई ने बताया है और इसी के मद्देनजर पढ़ाई शुरू करने की इजाजत नहीं दी गई है। इस बाबत रामचंद्र चंद्रवंशी मंगलवार 16 जुलाई को दिल्ली जाने वाले हैं। इस बाबत मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्यों से बात भी करेंगे ।उन्होंने कहा है कि इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है और कोर्ट से यह प्रार्थना किया गया है कि उन्हें हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने की इजाजत दी जाए। साथ ही साथ 6 महीने का समय भी दी जाए ताकि जो कमी है उसे पूरी कर ली जाए।

स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने उम्मीद जताया है कि आने वाले 1 सप्ताह के अंदर उन्हें मेडिकल की पढ़ाई करने की इजाजत मिल जाएगी। नहीं तो आगामी वर्ष से यहां पढ़ाई शुरू होगी।

byte.. रामचंद्र चंद्रवंशी स्वास्थ्य मंत्री झारखंड सरकार


Conclusion:बताते चले कि हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के भवन का उद्घाटन आनन-फानन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हजारीबाग से ही ऑनलाइन कराया गया था ।इसी दिन दो अन्य मेडिकल कॉलेज का भी उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था। लेकिन हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अब तक अपने अस्तित्व में नहीं आई है ।अब देखने वाली बात होगी कोर्ट झारखंड सरकार को कितना राहत देती है।
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