हजारीबागः जिले में ग्रामीण इलाकों में सेवा देने वाली ममता वाहन के कर्मी इन दिनों आंदोलन के मूड में हैं. दरअसल में 8 महीने से इन्हें वेतन नहीं मिला है. ऐसे में उनका कहना है कि हम लोगों का वाहन चलाना संभव नहीं है. अगर हमारा बकाया वेतन नहीं मिला तो हम लोग 15 जनवरी से सेवा देना बंद कर देंगे.
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ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था में ममता वाहन का महत्वपूर्ण योगदान है. लेकिन अब ममता वाहन सेवा देने की स्थिति में नहीं है. लगभग 25 ममता वाहन को पैसे का भुगतान पिछले 8 महीने से नहीं हुआ है. जिस कारण वे काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि गाड़ी चलाने में तेल की जरूरत पड़ती है. हम लोग अब तेल खरीदने की स्थिति में भी नहीं हैं. हजारीबाग सदर और कटकमसांडी के ममता वाहन चालकों को पैसा भुगतान नहीं किया जा रहा है. प्रत्येक चालक का लगभग 4 लाख बकाया हो गया है. अब हम लोग गाड़ी चलाने की स्थिति में नहीं हैं. जब हम लोगों को मरीज को लाने के लिए कहा जाता है तो हम अब जाने के लिए भी सोचते हैं. उनका कहना है कि पदाधिकारी नियम बदलने की बात कह रहे हैं. लेकिन किसी भी तरह का नियम नहीं बदला है. जो पुराना तरीका था उसी तरीके से पैसा देना है. लेकिन बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाने के बावजूद हम लोगों को पैसा का भुगतान नहीं हो रहा है. ऐसे में हम लोग 15 जनवरी के बाद हड़ताल पर चल जाएंगे और इसका बुरा असर स्वास्थ्य सेवा पर पड़ेगा.