हजारीबागः जिले में किरासन तेल में विस्फोट मामले को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है. जिले में IOCL का दिया गया तेल अब वापस किया जाएगा, ताकि आईओसीएल उसकी जांच करें. जांच करने के बाद अगर उचित पाया गया, तो ही वह दुकानों में मिलेंगे. वहीं जिला प्रशासन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि वे लोग कुछ दिनों के अंदर मुआवजा भी पीड़ित परिवार को देने जा रहे हैं.
ईटीवी भारत पिछले कुछ दिनों से केरोसिन विस्फोट मामले में मुआवजा नहीं मिलने को लेकर खबरें दिखाता रहा है. गुरुवार को उपायुक्त ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि हम लोग पीड़ित परिवार को आपदा प्रबंधन की ओर से तय नियम के अनुसार मुआवजा देने जा रहे हैं. जल्द ही पूरे परिवार को राहत राशि दी जाएगी.
IOCL को किरासन तेल किया जाएगा वापस
वहीं दूसरी बात उन्होंने बताई कि जिले में अब तक 32 सैंपल जांच के लिए गए थे. जिसमें 12 सैंपल उपयोग लायक नहीं हैं. इसकी संख्या काफी अधिक होने के कारण अब जिला प्रशासन ने आदेश दिया है कि IOCL को तेल वापस किया जाएगा. जांच करने के बाद अगर उन्हें लगेगा कि ये उपयोग करने के लायक है, तो वह वापस जिला को देंगे. ताकि इसका उपयोग हो सके. जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जानमाल सबसे महत्वपूर्ण है. ऐसे में हम लोगों ने यह निर्णय लिया है. साथ ही साथ आर्मी ट्रेडर्स कंपनी के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई है और लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया अभी जारी है.
क्या है पूरा मामला
हजारीबाग के सदर प्रखंड अमनारी और चुटियारो गांव में केरोसिन में विस्फोट होने का कई मामला प्रकाश में आ चुका है. इस दुर्घटना में अब तक 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं. वहीं मरने वालों की संख्या 4 पहुंच गई है. बीते 15 फरवरी को आमनारी गांव में एक घर में लालटेन जलाने के क्रम में विस्फोट हो गया था. जिसमें एक परिवार के 3 लोग बुरी तरह से झुलस गए थे. वहीं 2 लोगों की मौत भी हो गई थी. उसके अलावा भी दो अलग-अलग परिवार में विस्फोट हुआ था और एक-एक व्यक्ति की मौत घटना में हुई थी.
कृषि मंत्री ने मुआवजा देने का दिया था आश्वासन
बता दें कि बुधवार को भी हजारीबाग पहुंचे झारखंड सरकार के कृषि मंत्री ने आश्वस्त किया था कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा. वहीं जिला प्रशासन ने घटना पर गंभीरता दिखाते हुए मुआवजा देने का ऐलान किया है.