हजारीबाग: जिला पुलिस ने पिछले 6 महीने में तीन बड़े गांजे की खेप पकड़ी है. इसे लेकर हजारीबाग पुलिस मामले की तह तक जाने में जुटी है. पुलिस गांजे के कारोबार को नक्सलियों के जोड़कर भी देख रही है. ऐसे में यह भी संभावना जताई जा रही है कि नक्सली गांजे का कारोबर कर खुद को आर्थिक रूप से मजबूत करने के फिराक में लगे है.
झारखंड के रास्ते बिहार पहुंचता है गांजा
ओडिशा से झारखंड के रास्ते बिहार में गांजा भेजने की सूचना पर पुलिस ने हजारीबाग से कई बार गांजे की बड़ी खेप पकड़ी है. हजारीबाग पुलिस ने पिछले कुछ महीनों में गांजा तस्करी के कई मामले को उजागर किए हैं. सभी खेप में 100 किलो से अधिक गांजा को पुलिस ने जब्त किया है. ऐसे में अब हजारीबाग पुलिस इस मामले की तह तक जाना चाहती है. पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर गांजे तस्करी के पीछे किसका हाथ है, क्योंकि जिन क्षेत्रों से गांजा आने की सूचना मिल रही है वह नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. ऐसे में यह भी संभावना लगाई जा रही है कि नक्सली ओडिशा से झारखंड के रास्ते बिहार तक गांजा का कारोबार कर रहे है और खुद को आर्थिक रूप से मजबूत करने के फिराक में जुटे हैं.
नक्सलियों का हाथ होने की संभावना
हाल के दिनों में पुलिस की ओर से देश भर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया गया है. जिससे उनकी कमर तोड़ दी है. एक बार फिर ओडिशा क्षेत्र के नक्सली खुद को आर्थिक रूप से मजबूत करने की फिराक में है. बीते दिन हजारीबाग में गांजे के 3 बड़े सिग्मेंट पकड़ा गया था. जिसके हर खेप में 100 किलो से अधिक गांजा बरामद किया गया था. ऐसे में हर बार ओडिशा से ही गांजा तस्करी का संबंध जुट रहा है. हजारीबाग एसडीपीओ कमल किशोर ने जानकारी देते हुए कहा है कि जिन क्षेत्रों से पुलिस को गांजा मिलने की सूचना मिली है वे सभी क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे अंदेशा यह भी लगाया जा रहा है कि इसके पीछे नक्सलियों का हाथ हो सकता है.
ये भी पढ़ें- चाईबासा में माओवादियों का फरमान, संगठन में हो भर्ती वरना भुगते परिणाम
मामले को लेकर हजारीबाग पुलिस अब ओडिशा और बिहार दोनों जगहों पर टीम बनाकर जाएगी और इस मामले की तहकीकात की करेगी. एसडीपीओ कमल किशोर ने बताया कि हर बार गांजा ओडिशा से लाने और बिहार तक पहुंचाने की बात कही गई है. पुलिस को गांजा तस्करी से जुड़ी कई राज पता चले हैं, जिसपर पुलिस अब बिहार से ओडिशा तक मामले की छानबीन करेगी. उन्होंने बताया कि गांजे तस्करी से जुड़े वाहन चालक को सिर्फ फोन नंबर दिया जाता है और उसे बताई जगह पर डिलेवरी करनी होती है. वाहन चालक को इस अवैध धंधे के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया जाता है, बल्कि एक फोन के जरिए बिहार सीमा में प्रवेश करने के बाद बात करने को कहा जाता है. फिर उसे संभावित क्षेत्र में बुलाया जाता है. ऐसे में अब तक हजारीबाग में गांजे के जो 3 बड़े-बड़े लौट पकड़े गए हैं उसकी कीमत भी करोड़ों में बताई जा रही है.