हजारीबाग: जिले में इन दोनों ठंड का कहर देखने को मिल रहा है. आलम यह है कि तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. शाम 5:00 बजे से ही लोग अपने घरों में कैद हो जा रहे हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हो रही है जो रोज कमाते हैं. इसे देखते हुए हजारीबाग जिला प्रशासन ने सुदूर ग्रामीण इलाकों में कंबल का वितरण किया है. प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने सदर प्रखंड के गुरहेत, बहेरी, मोरांगी पंचायत में सैकड़ों जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल का वितरण किया. इस दौरान उपायुक्त नैंसी सहाय भी मौजूद रही. शीत लहर को देखते हुए उपायुक्त ने लोगों से ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतने की अपील की है. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखने को कहा गया है.
जारी की गई एडवाइजरी: जिला एवं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने ठंड को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है. कहा गया है कि जब तक जरूरी न हो, ठंड में बाहर निकलने से बचें. गर्म कपड़े, दस्ताने, जूते और मोजे का प्रयोग करें. अपनी आंखों को ठंड से बचाने के लिए बाहर निकलते समय चश्मा पहनें. कमरे को गर्म रखने के लिए चिमनी, हीटर, ब्लोअर आदि का प्रयोग सावधानी से करें. अत्यधिक कंपकंपी, बार-बार उल्टी या उल्टी की इच्छा होने पर, सुस्ती या अर्ध-बेहोशी की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. पर्याप्त भोजन कर बाहर निकलें. जितना हो सके उतना पानी पियें. ठंडा खाना खाने और ठंडे पेय पदार्थ पीने से बचें. हाई कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ खायें.
जिला प्रशासन ने ठंड के मौसम में बच्चों का विशेष ख्याल रखने की अपील की है. बच्चों को अधिक देर तक ठंड में न रहने दें. बच्चों के सिर, चेहरे, गर्दन और पैरों को ठीक से ढककर रखें. बच्चों को एक के ऊपर एक कपड़े पहनाने चाहिए. यह उन्हें गर्म रखेगा. बच्चों का तापमान जांचते रहें.
यह भी पढ़ें: कहीं यह ठंड आपके स्वास्थ्य पर ना पड़ जाए भारी, सुनिए क्या कहते हैं डॉक्टर
यह भी पढ़ें: झारखंड में शीतलहर से बढ़ी ठिठुरन, रांची के कांके में सबसे कम तापमान
यह भी पढ़ें: झारखंड में सर्दी का सितम शुरु, 8 डिग्री सेल्सियस ने नीचे पहुंचा न्यूनतम पारा, कनकनी से जनजीवन प्रभावित