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अपने बेटे को जीत दिलाने के लिए यशवंत सिन्हा ने महागठबंधन को प्रभावित किया: भुवनेश्वर मेहता

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Published : Apr 17, 2019, 11:33 PM IST

हजारीबाग से महागठबंधन प्रत्याशी के नाम को लेकर पहले से अफवाहों का बाजार गर्म था. वहीं सीपीआई के उम्मीदवार भुवनेश्वर मेहता ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि यशवंत सिन्हा ने उन्हें रोकने की कोशिश की है इस वजह से उनका नाम घोषित करने में देरी हुई है.

महागठबंधन से  कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल साहू

हजारीबागः लोकसभा चुनाव को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. हजारीबाग से महागठबंधन उम्मीदवार को लेकर कई तरह के अफवाह बाजार में थे. लेकिन कांग्रेस ने अफवाह को विराम देते हुए गोपाल साहू को हजारीबाग से उम्मीदवार बना लिया है. वे 18 अप्रैल को नामांकन करेंगे. वहीं सीपीआई के उम्मीदवार भुवनेश्वर मेहता ने यशवंत सिन्हा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यशवंत सिन्हा ने बेटे को जीत दिलाने के लिए उन्हें रोकने की कोशिश की है.

सीपीआई के उम्मीदवार भुवनेश्वर मेहता का बड़ा बयान

महागठबंधन से कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल साहू ने इस मुद्दे पर किए सारे बयानों को निराधार करार दिया. उन्होंने कहा कि जयंत सिन्हा को खौफ है कि कांग्रेस से दमदार उम्मीदवार के आने से उनकी परेशानी बढ़ गई है. उन्होंने यह भी कहा कि जयंत सिन्हा की ओर से उन्हें रोकने की कोशिश की गई.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस के 4 बड़े नेताओं के नहीं दिखने से उठे सवाल, प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- चुनावी दौरे सब दिखेंगे साथ

बता दें कि पिछले दिनों सीपीआई उम्मीदवार भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने बयान देकर राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दिया थी कि हजारीबाग में कांग्रेस उम्मीदवार देने में हो रही देरी की वजह यशवंत सिन्हा है. उन्होंने आरोप लगाया था कि यशवंत सिन्हा महागठबंधन से कमजोर उम्मीदवार खड़ा करवा कर अपने बेटे को जीत दिलवाना चाहते है. सीपीआई को महागठबंधन में जगह नहीं दिए जाने के पीछे भी यशवंत सिन्हा ने अहम भूमिका निभाई है. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि हजारीबाग में बीजेपी को चुनौती देने वाली पार्टी सीपीआई ही थी. सीपीआई ने यशवंत सिन्हा को 2004 में लोकसभा चुनाव हराया था. जिस वजह से यशवंत सिन्हा डरे हुए हैं.

हजारीबागः लोकसभा चुनाव को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. हजारीबाग से महागठबंधन उम्मीदवार को लेकर कई तरह के अफवाह बाजार में थे. लेकिन कांग्रेस ने अफवाह को विराम देते हुए गोपाल साहू को हजारीबाग से उम्मीदवार बना लिया है. वे 18 अप्रैल को नामांकन करेंगे. वहीं सीपीआई के उम्मीदवार भुवनेश्वर मेहता ने यशवंत सिन्हा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यशवंत सिन्हा ने बेटे को जीत दिलाने के लिए उन्हें रोकने की कोशिश की है.

सीपीआई के उम्मीदवार भुवनेश्वर मेहता का बड़ा बयान

महागठबंधन से कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल साहू ने इस मुद्दे पर किए सारे बयानों को निराधार करार दिया. उन्होंने कहा कि जयंत सिन्हा को खौफ है कि कांग्रेस से दमदार उम्मीदवार के आने से उनकी परेशानी बढ़ गई है. उन्होंने यह भी कहा कि जयंत सिन्हा की ओर से उन्हें रोकने की कोशिश की गई.

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बता दें कि पिछले दिनों सीपीआई उम्मीदवार भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने बयान देकर राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दिया थी कि हजारीबाग में कांग्रेस उम्मीदवार देने में हो रही देरी की वजह यशवंत सिन्हा है. उन्होंने आरोप लगाया था कि यशवंत सिन्हा महागठबंधन से कमजोर उम्मीदवार खड़ा करवा कर अपने बेटे को जीत दिलवाना चाहते है. सीपीआई को महागठबंधन में जगह नहीं दिए जाने के पीछे भी यशवंत सिन्हा ने अहम भूमिका निभाई है. इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि हजारीबाग में बीजेपी को चुनौती देने वाली पार्टी सीपीआई ही थी. सीपीआई ने यशवंत सिन्हा को 2004 में लोकसभा चुनाव हराया था. जिस वजह से यशवंत सिन्हा डरे हुए हैं.

Intro:लोकसभा चुनाव को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। पिछले दिनों सीपीआई उम्मीदवार भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने बयान देकर राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दिया था कि हजारीबाग में कांग्रेस उम्मीदवार विलंब से दे रही है इसके पीछे यशवंत सिन्हा का हाथ है ।साथ ही साथ यह आरोप लगाया था कि सीपीआई को महागठबंधन में जगह नहीं दिया गया इसके पीछे यशवंत सिन्हा की अहम भूमिका है।


Body:हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन उम्मीदवार को लेकर कई तरह के अफवाह बाजार में थी।जहां कांग्रेस के कार्यकर्ता उम्मीदवार के नाम को लेकर कई तरह के बयान दे रहे थे तो दूसरी और आम जनता के बीच भी उम्मीदवार को लेकर कई तरह के सवाल खड़ा हो रहे थे। लेकिन कांग्रेस ने इन सारे अफवाह को विराम देते हुए गोपाल साहू को हजारीबाग से उम्मीदवार बना लिया है। वे 18 अप्रैल को नामांकन भी करेंगे।

लेकिन इन सभी के बीच सीपीआई उम्मीदवार भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने एक बड़ा बयान देकर राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दी थी कि महागठबंधन से उम्मीदवार देने में विलंब इसलिए हो रहा है क्योंकि इसके पीछे यशवंत सिन्हा का हाथ है। यशवंत सिन्हा नहीं चाहते हैं कि उनके बेटे को कोई दमदार उम्मीदवार चुनौती दे। भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने यह भी आरोप लगाया था कि महागठबंधन में सीपीआई को जगह नहीं देने के पीछे यशवंत सिन्हा का हाथ है ।उनके दबाव के कारण ही महागठबंधन से सीबीआई को दूर रखा गया। क्योंकि सीपीआई ही ऐसी पार्टी है जो हजारीबाग में भाजपा को चुनौती दे सकती है। उन्होंने यह भी कहा था कि सीपीआई ने यशवंत सिन्हा को 2004 में लोकसभा चुनाव हराया था। इस कारण यशवंत सिंहा डरे हुए हैं।

इस बात को लेकर जब कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल साहू से पूछा गया कि यशवंत सिन्हा के दबाव के कारण पार्टी विलंब से उम्मीदवार हजारीबाग में उतारी है तो उन्होंने इन सारे बयानों को निराधार करार दिया। उन्होंने कहा कि जयंत सिन्हा को खौफ है कि कांग्रेस से दमदार उम्मीदवार के आने से उनकी परेशानी बढ़ गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यशवंत सिन्हा की ओर से उन्हें रोकने की कोशिश की गई ।इस कारण पार्टी को उम्मीदवार देने में विलंब हो गई।

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byte.... भुनेश्वर प्रसाद मेहता, सीपीआई उम्मीदवार हजारीबाग सभा


Conclusion:गोपाल साहू ने जिस तरह से बयान दिया है की यशवंत सिन्हा ने उन्हें रोकने की कोशिश की यह कुछ और ही इशारा करता है। वही अब यह देखने वाली बात होगी हजारीबाग के वोटर्स किसे अपना वोट देती है और सांसद बनाकर दिल्ली भेजती है।
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