हजारीबागः जिले के लोहसिघना थाना अंतर्गत हजारीबाग के आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा की गिरफ्तारी 3 दिनों पहले डिस्ट्रिक्ट मोड चौक के पास से की गई थी. इस मामले को लेकर यह सवाल उठाया जा रहा था कि उन्हें षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है. आलम यह था कि विधानसभा में भी यह मामला उठाया गया था. ऐसे में पुलिस इस मामले को लेकर तफ्तीश की थी.
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मामले की तफ्तीश करने के दौरान 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान सभी ने यह स्वीकार किया है कि उन्हें जानबूझकर फंसाया गया है. अब पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है और मामले की तफ्तीश की जा रही है. ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि कई अन्य लोग की गिरफ्तारी भी आने वाले समय में हो सकती है.
षड्यंत्र के तहत RIT कार्यकर्ता को फंसाया
राजेश मिश्रा पिछले कई दिनों से हजारीबाग में भू-माफिया के खिलाफ आरटीआई के तहत जानकारी इकट्ठा कर रहे थे. ऐसे में यह अंदेशा लगाया जा रहा था कि भू-माफिया ने मिलकर षड्यंत्र के तहत उन्हें फंसाने का काम किया है. जिनकी गिरफ्तारी हुई है उसमें आनंद कुमार रजिस्ट्री ऑफिस में काम करते हैं. इसके अलावा डिड राइटर एजाज अशरफ, सरफराज आलम, बंटी और आदित्य सोनी शामिल हैं. वहीं, राजेश मिश्रा कि गिरफ्तारी के बाद हजारीबाग समेत पूरे राज्य भर में चर्चा का बाजार गर्म था कि जिले में आरटीआई एक्टिविस्ट ने उनकी गिरफ्तारी को षड्यंत्र बताकर जांच करने की मांग की थी. जिसे लेकर धरना भी दिया गया था. शुक्रवार को हजारीबाग पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी संलिप्तता नहीं है.
अपराधियों ने मौका पाकर उनके डिक्की में रखे नशीले पदार्थ
दरअसल, राजेश मिश्रा के डिक्की से अफिम और ब्राउन शुगर मिलने की बात कही गई थी. पुलिस ने राजेश मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके बाद से ही पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने शुरू हो गए थे. एसपी ने बताया कि साजिश पुराने समरणालय परिसर के अंदर किया गया था. उनका मोटरसाइकिल खड़ी थी और उसी वक्त मौका पाकर बाइक की डिक्की में नशीले पदार्थ रख दिया गया और इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया था.