हजारीबाग: जिले के बड़कागांव प्रखंड के नापो खुर्द पंचायत स्थित इस्को गांव में बीती रात हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया और कई ग्रामीणों के घर उजाड़ दिए, जिससे ग्रामीणों को लाखों का नुकसान हो गया. मामले की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की ओर से बंगाल से हाथी भगाने के लिए टीम को बुलाया गया है.
क्या है टीम के सदस्यों का कहना
टीम के सदस्यों का कहना है कि हाथियों को भगाने का काम सिर्फ रात को ही संभव है. चूंकि दिन हो जाने के बाद किसी भी परिस्थिति में भगा पाना संभव नहीं है. टीम के सदस्यों ने मंगलवार को इस्को गांव में विश्राम कर बीती रात फिर भगाने का सिलसिला जारी रखने की बात कही है. वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा है कि हाथियों को भगाने का काम सिर्फ टीम के सदस्य करेंगे. ग्रामीण किसी प्रकार की कोई भीड़- भाड़ इकट्ठा नहीं करें और अपनी जान- माल की सुरक्षा में लगे रहें.
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जान बचाकर भागे ग्रामीण
जानकारी अनुसार कई ग्रामीण रात को घर में सोए हुए थे. अचानक उन्हें घर में तोड़ फोड़ की आवाज सुनाई गई, उन्होंने उठकर देखा, तो पाया कि कई हाथी घर में तोड़फोड़ मचा रहे हैं, जिसके बाद ग्रामीण वहां से अपनी जान बचाकर भागे.
मुआवजे की मांग
मामले की सूचना पाकर नापो खुर्द पंचायत के पंचायत समिति सदस्य लक्ष्मी देवी, मुखिया प्रतिनिधि चंद्रिका साव, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि जगत नंदन प्रसाद गुप्ता, समाजसेवी चंदर साव, वार्ड सदस्य राजेंद्र साव, नरेश राणा, मोहन राम, विनोद साव आदि लोगों ने इसको गांव पहुंचकर तोड़फोड़ किए गए घरों और रौंदे गए फसलों का अवलोकन करते हुए प्रखंड प्रशासन और वन विभाग से किसानों के हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की है.